
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
दुर्ग / शौर्यपथ /
जिला कार्यालय सभाकक्ष में आयोजित जनदर्शन कार्यक्रम में कलेक्टर अभिजीत सिंह ने नागरिकों से सीधे मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर उत्तम ध्रुव भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने सभी आवेदनों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों को त्वरित कार्रवाई करने निर्देश दिए। इस दौरान कुल 80 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें अवैध कब्जा, आवासीय पट्टा, प्रधानमंत्री आवास, भूमि सीमांकन, आर्थिक सहायता राशि सहित विभिन्न विषयों से जुड़ी मांगें सामने आईं।
ग्रीन चौक, दुर्ग निवासी एक महिला ने बताया कि उनके भवन में पिछले चार वर्षों से सरकारी फुटकर मदिरा दुकान संचालित है। भवन जर्जर हो चुका है और मरम्मत कराना आवश्यक है। वह मरम्मत के बाद स्वयं का व्यवसाय शुरू करना चाहती हैं। इसके साथ ही अप्रैल से अब तक दुकान संचालक द्वारा किराया भी जमा नहीं किया गया है। इस पर कलेक्टर ने आबकारी विभाग को परीक्षण कर आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ग्राम पंचायत चंगोरी के सरपंच ने बताया कि उप-स्वास्थ्य केंद्र की छत जर्जर हो चुकी है और लगातार प्लास्टर गिरने से हादसे का खतरा बना हुआ है। इस पर कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निरीक्षण कर आवश्यक मरम्मत कराने के निर्देश दिए।
भिलाई के रहवासियों ने हुड़को कालीबाड़ी परिसर की सरकारी भूमि पर 40 वर्ष पुराने फलदार व अन्य वृक्षों की अवैध कटाई की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के दौरान इन पेड़ों को काटकर व्यावसायिक गतिविधियां चलाई जाती हैं। इस पर कलेक्टर ने एसडीएम भिलाई को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
ग्राम खपरी (धमधा) निवासी ने आवेदन देकर बताया कि ऑनलाइन रिकॉर्ड में उनकी 0.96 हे. कृषि भूमि को त्रुटिवश 0.46 हे. दर्ज कर दिया गया है, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। इस पर कलेक्टर ने तहसीलदार धमधा को जांच कर सुधार की कार्रवाई करने को कहा।
जनदर्शन कार्यक्रम में खाद्य विभाग, नगर निगम दुर्ग, रिसाली एवं भिलाई, समाज कल्याण विभाग और जिला पंचायत के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
भिलाई / शौर्यपथ / जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रविवार, 7 सितंबर की शाम सैय्यदी सुन्नी जामा मस्जिद मजार कमेटी भिलाई-तीन में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। इस मौके पर विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिभाओं, समाजसेवियों, पत्रकारों और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सम्मानित किया गया।
इससे पहले कमेटी द्वारा स्वास्थ्य शिविर और रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया था। दरगाह शरीफ परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में पैगम्बर हजरत मुहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम की आमद की महत्ता और उनकी शिक्षाओं पर अतिथियों ने विचार रखे।
कमेटी के अध्यक्ष रुस्तम खान ने स्वागत भाषण में आयोजन की महत्ता बताई। विशिष्ट अतिथि थाना प्रभारी अंबर सिंह राजपूत ने उभरती प्रतिभाओं की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सम्मान समारोह समाज में एकता और बेहतर भविष्य की ओर प्रेरित करते हैं। समाजसेवी सुजीत बघेल ने इसे सराहनीय पहल बताया और कहा कि दरगाह परिसर कौमी एकता का जीवंत उदाहरण है।
इमाम हाफिज अकील ने पैगम्बर की शिक्षाओं को इंसानियत और अल्लाह तक पहुँचने का सच्चा मार्ग बताया। वहीं बीईटीओ सैय्यद असलम ने कहा कि नबी की पाकीजा जिंदगी अपनाने से दुनिया में इंसाफ, भाईचारा और औरतों को सम्मान मिला।
इस अवसर पर एमबीबीएस में चयनित जोया खान और नजब तबस्सुम, इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में चयनित रुहमैशा अहमद और कक्षा 10वीं में 90% अंक प्राप्त करने वाली रेहाबा को सम्मानित किया गया तथा नगद प्रोत्साहन राशि दी गई।
इसी प्रकार पत्रकारिता, समाजसेवा और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले जमील खान, हरगोविंद सिंह, डॉ. नौशाद सिद्दीकी, मोहम्मद फारुक, कदीर रजा, नातखां हाफिज नसीम खान, डॉ. असलम, मनीष चंद्राकर और मुहम्मद जाकिर हुसैन को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन हमीद अहमद शाह ने किया। आयोजन में महासचिव नसीम खान, रईस अहमद, तौहीद खान, मोहम्मद आरिफ, अबुल हसन, जफर अब्बास, लतीफ सहित बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग उपस्थित थे।
यह आयोजन केवल सम्मान समारोह नहीं बल्कि कौमी एकता, सामाजिक सौहार्द और इंसानियत का संदेश देने वाला कार्यक्रम साबित हुआ।
32 राज्यों से आएंगे 800 से अधिक प्रतिभागी, उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह और समापन मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय करेंगे
भिलाई / शौर्यपथ / छठवीं राष्ट्रीय योगासन स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2025 (सीनियर एवं सीनियर-A) का आयोजन 11 से 14 सितंबर तक अग्रसेन भवन, सेक्टर-6, भिलाई में होने जा रहा है। इसमें देश के 32 राज्यों से 800 से ज्यादा प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और योग के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
छत्तीसगढ़ योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोस्वामी जयंत विष्णु भारती ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य छत्तीसगढ़ की जनता को योग के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ योग को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रतिस्पर्धी खेल विधा के रूप में स्थापित करना है।
11 सितंबर, गुरुवार को सुबह 11 बजे उद्घाटन समारोह होगा।
मुख्य अतिथि : छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह
अध्यक्षता : दुर्ग सांसद विजय बघेल
विशिष्ट अतिथि : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे, वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन, हरियाणा योग आयोग अध्यक्ष डॉ. जयदीप आर्य, धमतरी महापौर जगदीश रामू रोहरा, दुर्ग महापौर अलका बाघमार, भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास, पतंजलि भारत स्वाभिमान न्यास के प्रभारी अनूप बंसल, उद्योगपति विजय कुमार गुप्ता सहित अन्य गणमान्यजन।
प्रतियोगिता में पुरुष एवं महिला वर्ग के लिए 18-28, 29-35 और 36-42 वर्ष के तीन आयु वर्ग रखे गए हैं।
कुल 12 इवेंट आयोजित होंगे।
निर्णायक मंडल में 80 विशेषज्ञ निर्णायक, जो 30 राज्यों से विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं, निष्पक्ष मूल्यांकन करेंगे।
प्रतिभागियों के प्रदर्शन का मूल्यांकन आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर से किया जाएगा, जो उनकी सूक्ष्म गतिविधियों, संयम, एकाग्रता और शारीरिक संतुलन का विश्लेषण करेगा।
श्री भारती ने बताया कि अगले वर्ष जापान में होने वाले एशियाई खेलों में योग को शामिल किया जा रहा है। साथ ही, 2036 ओलंपिक में भी योगासन को शामिल किए जाने की संभावना प्रबल है। हाल ही में 38वें राष्ट्रीय खेलों में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने योग में दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक जीतकर महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की है।
14 सितंबर, रविवार दोपहर 2 बजे समापन समारोह होगा।
मुख्य अतिथि : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
अध्यक्षता : सांसद दुर्ग विजय बघेल
विशिष्ट अतिथि : सांसद संतोष पांडेय, विधायक ललित चंद्राकर, योगासन भारत अध्यक्ष उदित सेठ, भाजयुमो नेता मनीष पांडे, भाजपा नेता कमल सिंह राजपूत, उद्योगपति विजय गुप्ता, समाजसेवी बंसी अग्रवाल, छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ डायरेक्टर सरदार बलदेव सिंह भाटिया सहित अन्य।
यह आयोजन भिलाई के लिए न केवल राष्ट्रीय स्तर की बड़ी खेल प्रतियोगिता है बल्कि योग को वैश्विक खेल मंच पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी साबित होगा।
भिलाई / शौर्यपथ / आशीष नगर, सड़क-11 में कंवर समाज महिला मंडल भिलाई का तीज मिलन समारोह 2025 उत्साहपूर्वक मनाया गया। मुख्य अतिथि रिसाली महापौर शशि सिन्हा और विशेष अतिथि अंबिका दाउ रहीं। महिलाओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
तीज क्वीन – दीपिका चंद्रवंशी, उमा चंद्रवंशी, भोज चंद्रवंशी रहीं, जबकि सोलह श्रृंगार प्रतियोगिता में ज्योति चंद्रवंशी और माधुरी रावके ने बाजी मारी।
कार्यक्रम का संचालन महिला मंडल अध्यक्ष रंजना चंद्रवंशी व टीम ने किया।
भिलाई। शौर्यपथ / बायपास रोड स्थित हेरिटेज इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में शिक्षक दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के प्रतिनिधि एवं क्षत्रिय कल्याण सभा के अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह थे, जबकि अध्यक्षता जिला भाजपा अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन ने की।
कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। स्कूल संचालक बृजमोहन उपाध्याय ने अतिथियों व सभी शिक्षकों का स्वागत किया। इस अवसर पर सभी शिक्षकों को श्रीफल, प्रशस्तिपत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। साथ ही समाज को दिशा देने वाले मीडिया प्रतिनिधियों (चौथा स्तंभ) को भी सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि "शिक्षक ही वह मार्गदर्शक हैं जो हमें ज्ञान देकर जीवन में सफलता, पहचान और संघर्ष करने की शक्ति प्रदान करते हैं।"
जिला भाजपाध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन ने कहा कि "समाज और राष्ट्र के भविष्य निर्माण में योगदान देने वाले गुरुओं का सम्मान करना गौरव की बात है।"
संचालक बृजमोहन उपाध्याय ने विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि "विद्यालय में उच्च शिक्षित शिक्षकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व संस्कार दिए जाते हैं, जिससे नगर में हेरिटेज स्कूल की अलग पहचान बनी है।" उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए भाजपा सरकार के निरंतर बने रहने की कामना की।
संस्कृत हमारी विरासत का आधार, इसे संरक्षित करना सबकी जिम्मेदारी : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री साय विराट संस्कृत विद्वत्-सम्मेलन में हुए शामिल
रायपुर / शौर्यपथ / भारतीय संस्कृति की आत्मा संस्कृत में निहित है, जो हमें विश्व पटल पर एक विशिष्ट पहचान प्रदान करती है। संस्कृत भाषा व्याकरण, दर्शन और विज्ञान की नींव है, जो तार्किक चिंतन को बढ़ावा देती है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज राजधानी रायपुर के संजय नगर स्थित सरयूपारीण ब्राह्मण सभा भवन में आयोजित विराट संस्कृत विद्वत्-सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि संस्कृत शिक्षा आधुनिक युग में भी प्रासंगिक और उपयोगी है। संस्कृत भाषा और साहित्य हमारी विरासत का आधार हैं, जिन्हें हमें संरक्षित और संवर्धित करना चाहिए।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि देववाणी संस्कृत पर चर्चा के साथ यह सम्मेलन भारतीय संस्कृति, संस्कार और राष्ट्र को सुदृढ़ बनाने का एक महान प्रयास है। मुख्यमंत्री साय ने संस्कृत भाषा के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ और सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की तथा उन्हें बधाई और शुभकामनाएँ दीं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आधुनिक शिक्षा में संस्कृत भाषा को शामिल करने से विद्यार्थियों का बौद्धिक विकास सुनिश्चित होगा। संस्कृत में वेद, उपनिषद और पुराण जैसे ग्रंथों का विशाल भंडार है, जो दर्शन, विज्ञान और जीवन-मूल्यों का संदेश देते हैं। वेदों में वर्णित आयुर्वेद, गणित और ज्योतिष आज भी प्रासंगिक हैं और शोध का विषय हो सकते हैं। इन ग्रंथों में कर्म, ज्ञान और भक्ति के सिद्धांत स्पष्ट रूप से प्रतिपादित हैं, जो आधुनिक जीवन में शांति और संतुलन ला सकते हैं।ऐसे में संस्कृत शिक्षा आधुनिक युग में भी उतनी ही प्रासंगिक और उपयोगी है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि वेदों और उपनिषदों के ज्ञान को अपनाकर हम अपनी विरासत को संजोने के साथ-साथ अपने जीवन को भी समृद्ध बना सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें युवाओं को संस्कृत साहित्य से जोड़ने के लिए प्रेरित करना होगा, ताकि वे इस ज्ञान को नई पीढ़ी तक पहुँचा सकें।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तकनीक के माध्यम से संस्कृत शिक्षा को आकर्षक और प्रासंगिक बनाया जा सकता है। राज्य में संस्कृत विद्वानों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी से इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि इस सम्मेलन के माध्यम से हमें संस्कृत विद्या के प्रचार-प्रसार और अगली पीढ़ी को जोड़ने का संकल्प लेना चाहिए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री साय ने सरयूपारीण ब्राह्मण सभा, छत्तीसगढ़ के प्रचार पत्रक का विमोचन भी किया। विराट संस्कृत विद्वत्-सम्मेलन का आयोजन संस्कृत भारती छत्तीसगढ़ एवं सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए संस्कृत भारती के प्रांताध्यक्ष डॉ. दादू भाई त्रिपाठी ने कहा कि इतिहास में ऐसे अनेक प्रमाण मिलते हैं, जिनसे सिद्ध होता है कि एक समय संस्कृत जनभाषा के रूप में प्रचलित थी। छत्तीसगढ़ी भाषा का संस्कृत से सीधा संबंध है। छत्तीसगढ़ी में पाणिनि व्याकरण की कई धातुओं का सीधा प्रयोग होता है। उन्होंने यह भी बताया कि सरगुजा क्षेत्र में सर्वाधिक आदिवासी विद्यार्थी संस्कृत की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कार्यक्रम में सरयूपारीण ब्राह्मण समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया। इनमें गठिया रोग विशेषज्ञ डॉ. अश्लेषा शुक्ला, उत्कृष्ट तैराक अनन्त द्विवेदी तथा पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ला शामिल थे।
सम्मेलन को दंडी स्वामी डॉ. इंदुभवानंद महाराज, सरयूपारीण ब्राह्मण सभा छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष डॉ. सुरेश शुक्ला और अखिल भारतीय संस्कृत भारती शिक्षण प्रमुख डॉ. श्रीराम महादेव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डॉ. सतेंद्र सिंह सेंगर, अजय तिवारी, बद्रीप्रसाद गुप्ता सहित बड़ी संख्या में संस्कृत शिक्षकगण, सामाजिक प्रतिनिधि और गणमान्यजन उपस्थित थे।
रायपुर / शौर्यपथ /
मुख्यमंत्री साय ने आज चंद्रग्रहण से पूर्व परंपरानुसार अपने निवास परिसर में गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाकर प्रदेश की सुख-समृद्धि, शांति और जनकल्याण की मंगलकामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय परंपरा में गौ-सेवा का विशेष महत्व है। गाय को गुड़ खिलाने से ग्रहण के अनिष्ट प्रभाव कम होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
गौ-सेवा से आत्मिक संतोष
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर कहा—
"गौ-सेवा से मुझे आत्मिक संतोष और नई ऊर्जा का अनुभव होता है। यह सेवा न केवल हमारी संस्कृति की पहचान है, बल्कि जनमानस में शांति और सौहार्द का संदेश भी देती है।"
उन्होंने आगे कहा कि गौ-सेवा करने से व्यक्ति के जीवन में सच्ची शांति, संतुलन और सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास होता है।
परंपरा और विश्वास का संगम
चंद्रग्रहण जैसे खगोलीय अवसरों पर रोटी और गुड़ अर्पित करने की परंपरा लोकआस्था और विश्वास से जुड़ी है। मुख्यमंत्री ने इस परंपरा का निर्वहन करते हुए प्रदेशवासियों के लिए मंगलकामनाएं कीं और समृद्ध छत्तीसगढ़ के निर्माण की दिशा में सबके सहयोग का आह्वान किया।
विशेष विश्लेषण : गौ-सेवा और चंद्रग्रहण परंपरा
संस्कृति और आस्था का दृष्टिकोण
भारतीय संस्कृति में गाय को माता का स्थान प्राप्त है। धार्मिक मान्यता है कि चंद्रग्रहण या सूर्यग्रहण के समय गौमाता को रोटी और गुड़ खिलाने से ग्रहण के अनिष्ट प्रभाव कम होते हैं। यह परंपरा पुण्य और सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति से जुड़ी मानी जाती है।
विज्ञान और स्वास्थ्य का दृष्टिकोण
गुड़ को पचाना आसान होता है और यह प्राकृतिक शुगर व आयरन का स्रोत है, जो पशुओं और मनुष्यों दोनों के लिए लाभकारी है। ग्रहण काल में पारंपरिक रूप से उपवास और सात्विक आहार की परंपरा रही है। इसका वैज्ञानिक कारण यह माना जाता है कि ग्रहण के समय वातावरण में सूक्ष्मजीवों की वृद्धि तेज हो जाती है, जिससे भारी या दूषित भोजन से परहेज किया जाता है। गौ-सेवा से मनुष्य में करुणा, अनुशासन और जिम्मेदारी की भावना बढ़ती है, जो मानसिक संतुलन और सामाजिक सद्भाव को प्रोत्साहित करती है।
महासमुंद / दैनिक शौर्यपथ ब्यूरो / संतराम कुर्रे।
पिथौरा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम गिरना और छिंदौली में वन विभाग की संयुक्त टीम ने शनिवार देर शाम बड़ी कार्रवाई करते हुए हिरण (चीतल) के अवैध शिकार का पर्दाफाश किया। मुखबिर की सूचना पर एक साथ दो स्थानों पर दबिश दी गई, जहाँ योजनाबद्ध तरीके से किए गए शिकार में शामिल पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है।
वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धारा 9, 50, 34, 44, 51 के तहत अपराध क्रमांक 20657/12 दिनांक 06.09.2025 पंजीबद्ध कर मामला दर्ज किया गया है। न्यायालय प्रथम श्रेणी पिथौरा ने आरोपियों को 09 सितम्बर 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेजने की अनुमति दी है।
वन मंडलाधिकारी महासमुंद श्री मंयक पांडेय के निर्देश पर संयुक्त वन मंडलाधिकारी पिथौरा यू.आर. बंसत द्वारा सर्च वारंट जारी किया गया। कार्रवाई का नेतृत्व पिथौरा परिक्षेत्र अधिकारी सालिकराम डड़सेना ने किया। टीम में डिप्टी रेंजर बुंदेली छबिराम साहू, पिथौरा के ललित पटेल, सांकरा के राजकुमार साहू, तथा परिसर रक्षी कोकिलकांत दिनकर (गिरना), पुष्पा नेताम (टिकरापारा), अमृतलाल आंवले व लेखराम ध्रुव (बुंदेली), राकेश ध्रुव (प. अरंड), सीताराम ध्रुव (सोहागपुर), रामदेव यदु (खपराखोल), डिलेश्वरी कंवर (बगारपाली) और सुदामा पालेश्वर (सल्डीह) शामिल थे।
तलाशी के दौरान आरोपी भोला खड़िया के घर से ताज़ा हिरण का मांस, रक्तरंजित चटाई और अन्य संदिग्ध सामग्री बरामद की गई। आरोपी की निशानदेही पर कक्ष क्रमांक 228 के समीप घटना स्थल से भी 6.500 किलो मांस, 5.250 किलो जी.आई. तार और बांस की खूंटी जप्त की गई।
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार आरोपी शिकार किए गए हिरण का मांस काटकर आपस में बाँट रहे थे, तभी समय रहते सूचना मिलने पर यह कार्रवाई संभव हो सकी।
? यह कार्रवाई वन विभाग की सतर्कता और स्थानीय टीम की तत्परता का परिणाम मानी जा रही है, जिसने न केवल एक संगठित शिकार गिरोह को पकड़ा बल्कि वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत सख्त कानूनी कार्यवाही की राह भी सुनिश्चित की।
दुर्ग / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ कृषि स्नातक शासकीय कृषि अधिकारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर अपनी नौ सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ कृषि विभाग के कृषि अधिकारीयों ने खोला मोर्चा
छत्तीसगढ़ कृषि स्नातक शासकीय कृषि अधिकारी संघ के प्रांत अध्यक्ष श्री लिखेश वर्मा जी ने जानकारी देते हुए बताया की संघ के प्रांतीय बैठक में सभी जिला एंव प्रांतीय पदाधिकारियों एंव सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से नौ सूत्रीय लंबित मांगो की पूर्ति हेतु चरणबद्ध सांकेतिक विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है अपनी मांगों की पूर्ति हेतु पूरे छत्तीसगढ़ में हर जिला के समस्त ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एंव कृषि विकास अधिकारी निम्म दिवस वार चरणबद्ध सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे :
दिनांक 8 और 9 सितंबर 2025 को काली पट्टी लगाकर कार्य करेंगे !
दिनांक 15 सितंबर 2025 को हर जिला में समस्त विकासखंड एंव जिला स्तर पर तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री एंव माननीय कृषि मंत्री के नाम से ज्ञापन सौंपा जाएगा एंव उक्त तिथि में बिना संसाधन भत्ता के उक्त तिथि से ऑनलाइन कार्य नही किया जाएगा!
दिनांक 23 सितंबर 2025 को एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन करेंगे एंव रैली निकाल कर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा !
ऑनलाइन कार्य बहिष्कार करने से किसानों की बढ़ेगी मुश्किलें
कृषि विभाग में संचालित विभिन्न प्रकार की जनकल्याणकारी योजनाओं पीएम किसान सम्मान निधि,प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत फसल कटाई प्रगोग, प्रधानमंत्री सॉइल हेल्थ कार्ड योजना धान खरीदी सत्यापन धान खरीदी ट्रस्टेड पर्सन बायोमेट्रिक फिंगर एंव गिरदावरी कार्य समेत खेती किसानी से सम्बंधित ऑनलाइन कार्य होगा प्रभावित
कृषि विकास अधिकारी प्रकोष्ठ से पदमेश शर्मा, अवधेश उपाध्याय ने कृषि अधिकारियों के 9 सूत्रीय लंबित मांगो का विवरण इस प्रकार दिया:-
1.वेतनमान संशोधन 4300 ग्रेड पे
2.ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एंव कृषि विकास अधिकारी के कार्य क्षेत्र का पुननिर्धारण
3 .मासिक स्थाई भत्ता में वृद्धि कर रुपए पच्चीस सौ करने हेतु
4.विभागीय कार्य सम्पादन हेतु मोबाईल, इंटरनेट ,कंप्युटर, प्रिंटर स्टेशनरी इत्यादि हेतु संसाधन भत्ता
5.विभगीय अमले की कमी के कारण अतिरिक्त प्रभार दिए जाने की स्थिति में सम्मानजनक अतिरिक्त क्षेत्रीय भत्ता
6.मध्यप्रदेश शासन की तर्ज पर ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पदनाम को कृषि विस्तार अधिकारी करने हेतु
7.ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों एंव कृषि विकास अधिकारियों की डियूटी गैर विभगीय कार्यो - फसल गिरदावरी, डिजिटल क्रॉप सर्वे, सड़को को मवेशी मुक्त करने गठित दल, ग्राम पंचायत सचिव, ग्राम पंचायत नोडल अधिकारी, धान उपार्जन केंद्र प्रभारी अधिकारी, ट्रस्टेड पर्सन, नोडल अधिकारी धान खरीदी, नाका जांच प्रभारी, निगरानी समिति नियद नेल्लानार, स्कूलों परीक्षा केंद्रों में पर्यवेक्षक ऑब्जर्वर कार्य, बस्तर पंडुम, आंगनबाड़ी निरीक्षण, पीएम आवास सर्वे एंव नोडल अधिकारी, डियूटी किसान क्रेडिट कार्ड योजना, आयुष्मान कार्ड वंदन इत्यादि
8.कृषि आदान सामग्री लैम्पसों में भंडारण करने एंव डीबीटी प्रणाली लागू करने
9.ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी से कृषि विकास अधिकारी के पद में विगत कई वर्षों से लंबित पदोन्नति प्रक्रिया को तत्काल प्रारंभ करने
प्रांतीय कोषाध्यक्ष उत्तम ताम्रकार, संभाग अध्यक्ष अमित पटेल, राहुल गौतम, विकास वर्मा, सुरेंद्र अहिरवार जी कहना है कि संघ पहली बार विकासखंडों में प्रदर्शन करेगा जिससे जिला प्रशासन में हमारी शक्ति का अनुभव करेगा जिससे कि गैर विभागीय ड्यूटी से हमें शीघ्र मुक्ति मिलेगी!
दैनिक शौर्यपत महासमुंद ब्यूरो संतराम कुर्रे
आज प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज बागबाहरा के पदाधिकारियों द्वारा अनुसूचित जाति बालक और कन्या छात्रावास बागबाहरा में जाकर बच्चों से मुलाकात किए और पे बैक सोसाइटी के माध्यम से समाज द्वारा खेल सामग्री प्रदान किया गया। इस मौके पर जिला अध्यक्ष दाऊ विजय बंजारे, ब्लॉक अध्यक्ष श्री चिंता साय, श्री हेमनाथ रात्रे सर और शिक्षा प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्री महेंद्र बंजारे , श्री मती निर्मला आवड़े मैडम हॉस्टल अधिक्षिका श्री मती लक्ष्मी साहू और हॉस्टल कर्मचारी गण उपस्थित रहे। दाऊ विजय बंजारे जी बच्चों को अच्छे से पढ़ाई करने और स्वस्थ का भी ध्यान रखने कहा गया, श्री हेमनाथ रात्रे सर बच्चों को कविता बोलकर शिक्षा को अच्छा से ग्रहण करने कहा गया।