राजनांदगांव / शौर्यपथ / नादगांव साहित्य परिषद के तत्वावधान में डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र का 123वीं जयंती समारोह मनाया गया। इस अंतरराष्ट्रीय ई परिसंवाद में देश विदेश के ख्याति प्राप्त साहित्यकार प्राध्यापक एवं शोधार्थियों ने भाग लिया। नांदगांव साहित्य परिषद द्वारा आयोजित डॉ बलदेव प्रसाद मिश्र की 123 वी जयंती समारोह के अवसर पर ई अंतरराष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया गया। परिषद के अध्यक्ष अखिलेश चंद्र तिवारी ने साहित्यिक संस्था के उद्देश्य को समझाते हुए विद्वान वक्ताओं का स्वागत किया । डॉ श्रीमती रेखा राजवंशी सिडनी ऑस्ट्रेलिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ मिश्रा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला ।
आधार वक्तव्य पंडित सुरेंद्र दुबे (डोंगरगांव) ने मिस्र जी के साहित्य मानस माधुरी ,तुलसी दर्शन, साकेत संत की विशद व्याख्या की। परिसंवाद में विशिष्ट वक्ता के रूप में डॉ राजेन्द्र नाथ त्रिपाठी सचिव बंगीय साहित्य परिषद कोलकाता ,डॉ अजय शुक्ल वरिष्ठ साहित्यकार भोपाल ,डॉक्टर सुधीर शर्मा प्राध्यापक कल्याण महाविद्यालय भिलाई ,डॉक्टर लोकेश शर्मा ने मिश्र जी की विभिन्न साहित्यिक रचनाओं पर प्रकाश डाला।
मिश्र जी ने साहित्य की सभी विधाओं पर लगभग पचासी ग्रंथों की रचना की जिसमें मानस की विशद व्याख्या, नाटक ,कविताएं ,अनुवाद आदि मुख्य रचनाओं के अनुशीलन पर आधारित ई परिसंवाद सार्थक एवं प्रभावी रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन साहित्यकार डॉक्टर चंद्रशेखर शर्मा (प्राध्यापक छत्रपति शिवाजी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दुर्ग) द्वारा किया गया । परिसंवाद मे सहभागी डॉ आशुतोष चतुर्वेदी आयुक्त नगर निगम राजनांदगांव ,डॉ आर एन पटेल (प्रोफेसर दिल्ली विश्वविद्यालय), पंडित गणेश शंकर शर्मा ,डॉ शंकर मुनी राय (विभागाध्यक्ष,हिंदी शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव) ,जवाहर बाजपेई (वरिष्ठ प्रबंधक, भिलाई स्टील प्लांट) तथा तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहे आर्यन शर्मा, अनिरुद्ध, प्रियंक शर्मा, क्रांति कुमार जैन के प्रति परिषद के संयोजक अजय शुक्ला ने हृदय से आभार व्यक्त किया।