दुर्ग। शौर्यपथ । छत्तीसगढ़ में इस साल कम बारिश हुई है. प्रदेश के 12 जिलों में सूखे के आसार है. प्रदेश में सामान्य से 13 प्रतिशत कम बारिश हुई है, जोकि हमारे किसानों के लिए चुनौती बनी हुई है।
अभी सूखे की बात केवल आशंका है लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आशंका पर भी अपनी तैयारी कर ली है। आज उन्होंने घोषणा किया है कि यदि बारिश कम होने पर प्रदेश के किसानों की फसल खराब होती है तो प्रति एकड़ 9000 की दर से सहायता राशि दी जाएगी।
जहां एक तरफ देश का किसान फसल खराब होने पर अपने बीमा राशि के लिए दर-बदर भटकता है लेकिन बीमा का प्रीमियम पटाकर भी उसे उसके नुकसान की पूरी भरपाई नहीं मिल पाती।
दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के किसान ने एक किसान पुत्र को अपना मुखिया बनाया है और जिम्मेदारी सौंपी है। जो खुद किसानों की प्रीमियम है, उनका बीमा है, उनका इंश्योरेंश है। जो केवल घोषणाओं पर ही काम नहीं करते बल्कि हर आने वाली चुनौती को सहर्ष स्वीकार करते हुए छत्तीसगढ़ के ढाल बनकर खड़े होते हैं।
आज किसानों के माथों पर शिकन आने से पहले ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सहायता राशि की घोषणा कर दी यही कारण है कि छत्तीसगढ़ की जनता अपने मुखिया पर निःसंदेह भरोसा जताती है