दुर्ग / शौर्यपथ / प्रशासक एवं कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर निगमायुक्त सह अर्बन पब्लिक सोसाइटी के सचिव प्रकाश सर्वे ने दुर्ग जिले में चिकित्सा सेवा प्रदान करने वाली मोबाइल मेडिकल यूनिट के बेहतर संचालन के लिए टीम में शामिल मेडिकल स्टाफ की बैठक ली! आयुक्त ने दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी ली, उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का स्टॉक उपलब्ध रहे, जहां भी स्वास्थ्य शिविर लगने वाला हो उसका पूर्व से व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित हो, निर्धारित समय पर मेडिकल टीम उपस्थित रहे! उन्होंने आगे कहा कि शिविर में आने वाले मरीजों को स्वस्थ करने में पूरे मेडिकल स्टाफ की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, सभी की अलग-अलग जिम्मेदारी तय है, मरीज को बेहतर मेडिकल फैसिलिटी उपलब्ध कराते हुए स्वस्थ करके भेजना शिविर का प्रमुख उद्देश्य है! इसलिए सारे मेडिकल उपकरण अच्छी अवस्था में रहे!
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री की पहल से मोहल्ले में ही बेहतर उपचार लोगों को मिल रहा है ! मुफ्त में इलाज के साथ ही दवाइयां भी फ्री में मिल रही है! अब तक दुर्ग जिले में 1 लाख 73 हजार लोगों का इलाज हो चुका है! 2796 शिविर अब तक दुर्ग जिले में आयोजित किए जा चुके हैं जहां 32079 मरीजों का लैब टेस्ट किया जा चुका है तथा 149867 मरीजों को दवाई वितरण मुफ्त में किया जा चुका है! 1 नवंबर 2020 से मोबाइल मेडिकल यूनिट अपनी निरंतर सेवा लोगों को प्रदान कर रही है, यहां तक की पूरे कोरोना काल में मोबाइल मेडिकल यूनिट ने लगातार अपनी सेवाएं लोगों को दी है! शिविर में बच्चे, युवा, बुजुर्ग के अतिरिक्त गर्भवती महिलाएं एवं कुपोषित बच्चों को भी विशेष शिविर के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है! दुर्ग जिले में कुल 11 मोबाइल मेडिकल यूनिट संचालित हो रही है! चलित चिकित्सा इकाई में 41 प्रकार के जांच की सुविधा उपलब्ध है! लोग अपने मोहल्ले के नजदीकी शिविर में आकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा मरीज स्वस्थ हो रहे हैं! लोगों के लिए यह स्वास्थ्य सेवा अपने घर के समीप मिलने से किसी वरदान से कम नहीं है! आज की बैठक में मोबाइल मेडिकल के स्टाफ के अतिरिक्त अपर आयुक्त अशोक द्विवेदी, सहायक अभियंता तपन अग्रवाल तथा डॉक्टर उर्विन विशेष रूप से मौजूद रहे!