दुर्ग / शौर्यपथ / निगम आयुक्त हरेश मंडावी द्वारा निगम के छोटे-बडे समस्त प्रकार के कार्यो का सतत् निरीक्षण किया जा रहा है । इसी तारतम्य में निगम आयुक्त द्वारा महापौर निधि के अंतर्गत वार्ड क्रमांक 43 में डेयरी के पास 2.5 लाख लागत राशि से नाले के ऊपर बने पुलिया एवं पैरापेटवॉल निर्माण का प्रभारी कार्यपालन अभियंता जे.के. समैय्या, प्रभारी सहायक अभियंता आर.के. पालिया, उपअभियंता श्रीमती भारती ठाकुर के साथ निरीक्षण किया । पैरापेटवॉल निर्माण के लाईन एवं लेबल संबंधित अनियमितता पाये जाने पर आयुक्त द्वारा कार्य की गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त किया । आयुक्त ने संबंधित ठेकेदार संजीत कुमार सिंग को तत्काल नोटिस जारी करने एवं गुणवत्तापूर्वक कार्य कराने हेतु कार्यपालन अभियंता को निर्देश दिये।
बड़ा सवाल : निर्माण के समय निरिक्षण करने की जिम्मेदारी वार्ड इंजिनियर की होती है किन्तु निर्माण के बाद लेवल एवं अनियमितता का निरिक्षण वार्ड इंजिनियर द्वारा नहीं किया गया . आयुक्त मंडावी द्वारा उक्त अनियमितता पर नाराजगी व्यक्त की गयी . मामले में जितना जिम्मेदार ठेकेदार है उतना ही जिम्मेदार वार्ड इंजिनियर के ऊपर भी जिम्मेदारी बनती है ऐसे में क्या आयुक्त मंडावी द्वारा वार्ड इंजिनियर पर भी कार्य में लापरवाही बरतने पर किसी तरह की कार्यवाही कि जावेगी या सिर्फ ठेकेदार के ऊपर आरोप मढ़ कर अधिकारी वर्ग अपना पल्ला झाड लेंगे .