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वर्षा ऋतु में बीमारियों से निपटने स्वास्थ्य विभाग तैयार: मैदानी अमला सतर्क, बासी भोजन से बचने की सलाह

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भिलाई, 6 जुलाई 2025 | स्वास्थ्य संवाददाता
वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही मौसमी बीमारियों की संभावित वृद्धि को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है। शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई-3 में आयोजित एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. मनोज दानी ने स्वास्थ्य अमले को निर्देशित किया कि मैदानी स्तर पर दवाओं, उपकरणों और मरीजों के इलाज के लिए सभी आवश्यक संसाधन मुहैया रखे जाएं।

बैठक में फील्ड कर्मचारियों को विशेष सतर्कता और जवाबदेही के साथ काम करने के निर्देश दिए गए, ताकि आमजन को बीमारियों से पहले ही बचाया जा सके। साथ ही सीएमएचओ ने लोगों से बासी भोजन से परहेज कर ताजा और हल्का भोजन करने की अपील की।


? "नीम-हकीमों से बचें, सरकारी अस्पतालों में इलाज कराएं" – सीएमएचओ डॉ. मनोज दानी

डॉ. दानी ने कहा कि सभी शासकीय अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाएं, वायरल और डेंगू-मलेरिया की जांच किट, आवश्यक उपकरण पूर्ण रूप से उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि “स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव है। किसी भी प्रकार की बीमारी या लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचें और नीम-हकीमों के झांसे में न आएं।”


⚕️ वायरल, डेंगू और टाइफाइड का खतरा बढ़ा, उबला पानी और स्वच्छ भोजन पर जोर

खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. भुनेश्वर कठौतिया ने बताया कि बारिश के दिनों में वायरल बुखार, डेंगू, टाइफाइड, उल्टी-दस्त जैसे मामलों में इज़ाफा होता है। उन्होंने लोगों से उबला हुआ पानी पीने, खुले में बिक रहे खाद्य पदार्थों से परहेज, और घर का ताजा भोजन अपनाने की सलाह दी।

चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिखर अग्रवाल ने कहा कि "खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों पर मक्खियां और अन्य कीट बैठते हैं जो संक्रमण फैला सकते हैं। बारिश में अनावश्यक भीगने और गीले कपड़ों में देर तक रहने से बचें।"


? निशुल्क जांच और दवाएं उपलब्ध: स्वास्थ्य केंद्रों में युद्धस्तर पर तैयारियां

शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम चरोदा-भिलाई-3 के बीईईटीओ सैय्यद असलम ने जानकारी दी कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड, वायरल फीवर और अन्य मौसमी रोगों की जांच एवं दवा निशुल्क उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मैदानी स्वास्थ्य अमले को सभी आवश्यक दवाओं से लैस किया गया है, जिससे किसी भी स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

बैठक में बुखार की जांच किट, जीवन रक्षक दवाओं की आपूर्ति, उपकरणों की कार्यशीलता, और बेहतर समन्वय के लिए अमले की जिम्मेदारियों की समीक्षा की गई।


? स्वास्थ्य विभाग की अपील:

  1. उबला हुआ या फिल्टर्ड पानी ही उपयोग करें

  2. ताजा और हल्का भोजन करें, बासी और खुला खाना न खाएं

  3. घरों और आसपास जलभराव न होने दें – डेंगू-मलेरिया से बचाव

  4. किसी भी लक्षण पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र जाएं

  5. झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज न कराएं


? निष्कर्ष:

बारिश के इस मौसम में जब बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की यह तत्परता आमजन को राहत देने वाला कदम है। साथ ही यह जिम्मेदारी हर नागरिक की भी बनती है कि वे स्वयं भी सतर्क रहें, स्वच्छता और सावधानी को अपनाएं, और किसी भी लक्षण के मामले में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाएं।

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