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छत्तीसगढ़ के शेरों ने दिल्ली में गूंजाया गतका का दम – सिक्ख पंचायत ने खिलाड़ियों को किया सम्मानित

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भिलाई/दुर्ग। दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित 12वीं नेशनल गतका चैम्पियनशिप में छत्तीसगढ़ की गतका टीम ने 70 मैडल जीतकर पंजाब के बाद ओवरऑल दूसरा स्थान हासिल कर राज्य का नाम पूरे देश में रोशन किया।

इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ सिक्ख पंचायत द्वारा भिलाई के 22 मैडलिस्ट गतका खिलाड़ियों को मोमेंटो व सिरोपाओ से सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह में सैकड़ों की संख्या में सिक्ख संगत, वरिष्ठ पदाधिकारी व समाजसेवी उपस्थित रहे।


?️ सम्मानित हस्तियाँ और अधिकारियों का योगदान:

इस अवसर पर गतका स्पोर्ट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष इन्द्रजीत सिंह छोटू, महासचिव जसवंत सिंह खालसा, कोषाध्यक्ष मलकीत सिंह लल्लू, टेक्निकल प्रमुख व नेशनल रेफरी अमन सिंह, करन सिंह, राजवीर सिंह, महिला कोच रोहिणी धीमान और राजविंदर कौर डॉली को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

छत्तीसगढ़ सिक्ख पंचायत ने न केवल खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया, बल्कि यह भी आश्वासन दिया कि गतका खेल के विस्तार और प्रोत्साहन के लिए आगे भी हरसंभव सहयोग किया जाएगा।


? उल्लेखनीय उपस्थिति:

जसबीर सिंह चहल (चैयरमैन), पलविंदर सिंह रंधावा, बलदेव सिंह, गुरनाम सिंह, रंजीत सिंह, तजिंदर सिंह नानू, हरपाल सिंह, बलजिंदर सिंह कलेर, गुरमीत सिंह गांधी, हरभजन सिंह चहल, गुरमेज सिंह सोखी, बलविंदर सिंह, कुलवंत कौर, जसबीर सिंह सैनी समेत कई वरिष्ठजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

समारोह में जसवंत सिंह खालसा ने एसोसिएशन की ओर से सिक्ख पंचायत व गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों का आभार व्यक्त किया।


⚔️ गतका: शौर्य, संस्कृति और समर्पण का प्रतीक

गतका एक पारंपरिक सिक्ख मार्शल आर्ट है जो तलवार, लाठी, ढाल आदि अस्त्रों के माध्यम से आत्मरक्षा, संतुलन और अनुशासन सिखाता है। यह न सिर्फ एक खेल, बल्कि सिक्ख परंपरा और वीरता का जीवंत प्रतीक है। अब यह खेल राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मान्यता प्राप्त कर चुका है और युवाओं को साहस व संयम का मार्ग दिखा रहा है।


? इन्द्रजीत सिंह छोटू: छत्तीसगढ़ में गतका का स्तंभ

इन्द्रजीत सिंह छोटू, जो गतका स्पोर्ट्स एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष हैं, उन्होंने राज्य में गतका को एक पहचान देने में अहम भूमिका निभाई है।

  • वर्षों से वे प्रशिक्षण, प्रतियोगिता आयोजन, युवाओं को मंच देने और शासन-प्रशासन से समन्वय स्थापित करने जैसे कार्यों में सक्रिय हैं।

  • उनकी अगुवाई में छत्तीसगढ़ की टीमों ने राष्ट्रीय मंच पर लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, जिससे सैकड़ों युवाओं को दिशा और आत्मबल मिला है।

उनका विजन है कि छत्तीसगढ़ के हर जिले में गतका प्रशिक्षण शुरू हो और यह खेल शारीरिक, मानसिक और सांस्कृतिक विकास का मजबूत माध्यम बने।

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