September 09, 2025
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मुंगेली

मुंगेली (638)

मौके पर पहुंचे जिला कलेक्टर एवं सीईओ
घटनाक्रम की ली जानकारी, बच्चों के बेहतर प्राथमिक उपचार के दिए  निर्देश
जर्जर भवन  में कक्षा संचालन शासन के निर्देशों का उल्लंघन,बी.ई.ओ., बी.आर.सी. प्रधान पाठक को नोटिस जारी करने दिए निर्देश
   मुंगेली/शौर्यपथ/मुंगेली विकासखंड के ग्राम बरदुली में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला में छत का प्लास्टर गिरने से बच्चों के घायल होने की सूचना मिली। जानकारी मिलने पर तत्काल कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार और जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पांडेय ने विद्यालय का निरीक्षण किया। उन्होंने मौजूद शिक्षकों से घटनाक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी ली। प्रधान पाठक श्री अखिलेश शर्मा ने बताया कि शाला भवन के छत का प्लास्टर गिरने से कक्षा तीसरी के साथ छात्र हिमांशु दिवाकर और अंशिका दिवाकर को सिर और हाथ में चोट आई। उनका प्राथमिक उपचार किया गया, अभी बच्चे ठीक हैं। जिला प्रशासन एवं स्वस्थ आमले की मौजूदगी में बच्चों का जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया। सी.एम.एच.ओ ने बताया कि कोई भी गंभीर स्थिति नहीं है बच्चे खतरे से बाहर है।कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को बच्चों का बेहतर इलाज करने एवं अन्य आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
      घटना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि शासन का स्पष्ट निर्देश है कि जर्जर भवनों में किसी भी परिस्थिति में कक्षाओं का संचालन नहीं होना चाहिए। निर्देशों की अवहेलना करते हुए कक्षाओं का संचालन किया जाना  गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। उन्होंने विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री जितेंद्र बावरे, बी.आर.सी. सूर्यकांत उपाध्याय, संकुल समन्वयक शत्रुघ्न साहू और प्रधान पाठक अखिलेश शर्मा को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और डीएमसी समग्र शिक्षा को फटकार लगाते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं होनी चाहिए अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने बच्चों से बातचीत कर बढ़ाया उत्साह
     विद्यालय निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने कक्षा में मौजूद बच्चों से बातचीत की। विद्यालय में शिक्षण सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने बच्चों से पहाड़ पूछा और उन्हें चॉकलेट एवं बिस्किट प्रदान कर प्रोत्साहित किया।
कलेक्टर को अपने बीच पाकर बच्चे आश्चर्यचकित
     स्कूल में उस समय भावुक एवं आश्चर्य जनक माहौल बन गया जब जिला पंचायत सीईओ ने बच्चों से जिले के कलेक्टर का नाम पूछा।  बच्चों ने पूरी तत्परता से कलेक्टर का नाम बताया और भविष्य में उनसे मिलने की इच्छा जताई। लेकिन जब सामने बैठे व्यक्ति ने कलेक्टर के रूप में अपना परिचय दिया तो बच्चे आश्चर्य से उत्साहित हो उठे। उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव का लोरमी दौरा
मुंगेली /शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ के लोक निर्माण, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, विधि और विधायी कार्य, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग तथा उपमुख्यमंत्री अरुण साव आज लोरमी प्रवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने राजीव गांधी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में आयोजित दीक्षारंभ एवं वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना से हुई। महाविद्यालय के प्राचार्य श्री एम.के. धुर्वे ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए संस्थान की उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 1994 से संचालित यह महाविद्यालय लोरमी नगर की शैक्षणिक पहचान बन चुका है। मुख्यमंत्री द्वारा गर्मी के समय वाटर कूलर एवं 100 सीटर कन्या छात्रावास की सौगात क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी उपलब्धि है। कार्यक्रम में छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया और छात्रा पूर्णिमा द्वारा उपमुख्यमंत्री को मांग-पत्र सौंपा गया।
          इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री साव ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा, शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमें प्रकृति और समाज से जुड़कर समग्र विकास की दिशा में आगे बढ़ना होगा। उन्होंने अपने छात्र जीवन की स्मृतियाँ साझा करते हुए विद्यार्थियों को आत्मविश्वास, अनुशासन और निरंतर प्रयास का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि लक्ष्य निर्धारित करना महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे भी अधिक आवश्यक है, सही दिशा तय करना। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता का रास्ता मेहनत और ईमानदारी से होकर गुजरता है। इस दौरान उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन संघर्ष और उपलब्धियों का उदाहरण देते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
        उपमुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, मन और तन दोनों को साधना होगा। यह तय आपको करना है कि आप 45 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थी बनना चाहते हैं या 95 प्रतिशत अंक वाला, क्योंकि वही सितारे की तरह चमकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि कभी भी डिप्रेशन, निराशा और हताशा को अपने जीवन में जगह न दें। ये आपके सबसे बड़े शत्रु हैं। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जैसे नेता एक गरीब माँ के बेटे होकर भी विश्व मंच पर छाए हैं, यह मेहनत और लगन का परिणाम है।”
वृक्षारोपण कर दिया संदेश, सांस्कृतिक मंच निर्माण सहित की विभिन्न घोषणाएं
   कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री श्री साव ने महाविद्यालय परिसर में आम का पौधा रोपित कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “वृक्षारोपण केवल औपचारिकता नहीं बल्कि हमारी भावी पीढ़ियों के प्रति एक जिम्मेदारी है।” उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग और जल संरक्षण के प्रति युवाओं को जागरूक करते हुए अधिक से अधिक पौधे लगाने की अपील की। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ने कॉलेज की मांगों को सकारात्मकता के साथ स्वीकार करते हुए आवश्यक घोषणाएं कीं, इनमें 15 नग ग्रीन बोर्ड, परिसर में बाउण्ड्रीवाल, चेकर पत्थर, 02 सेट सोलर हाइमास्ट और सांस्कृतिक मंच निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर उन्हें महाविद्यालय की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में लोरमी एसडीएम अजीत पुजारी, स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्राचार्यगण, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

  मुंगेली/शौर्यपथ /मुंगेली ज़िले के लोरमी थाना क्षेत्र अंतर्गत कोसाबाड़ी गांव में सात वर्षीय मासूम बच्ची के अपहरण व हत्या के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। यह मामला न केवल क्रूरता की पराकाष्ठा है बल्कि अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र जैसी कुप्रथाओं के घातक स्वरूप को उजागर करता है।
पुलिस द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि बच्ची की हत्या गांव के ही पांच लोगों ने मिलकर की थी, जिनमें बच्ची का चचेरा भाई और उसकी पत्नी भी शामिल हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपियों ने तंत्र-मंत्र की क्रियाओं में सफलता पाने की मंशा से इस मासूम की बलि दी।
पुलिस ने इस जघन्य अपराध में शामिल आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। दो मुख्य संदिग्धों का ब्रेन मैपिंग, पॉलीग्राफी और नार्को टेस्ट भी कराया गया है, जिसमें उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया।
घटना का क्रम इस प्रकार सामने आया:
2 अप्रैल की रात को कोसाबाड़ी गांव में एक शादी समारोह था। इसी दौरान बच्ची अपने घर के आंगन में मां की गोद में खाट पर सो रही थी। मां की नींद रात 2 बजे खुली तो देखा कि बच्ची गायब है। पहले परिजनों ने अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन असफल रहने पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
लगभग एक महीने बाद, 7 मई को गांव के समीप एक सुनसान इलाके में बच्ची का नरकंकाल मिला। इससे पूरे गांव में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया।
पुलिस अधीक्षक की निगरानी में गठित विशेष टीम ने तकनीकी विश्लेषण, फॉरेंसिक और मनोवैज्ञानिक जांच के आधार पर इस जघन्य अपराध की परतें खोलीं। गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी अब न्यायिक हिरासत में हैं, और जल्द ही पुलिस मामले में सार्वजनिक रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूर्ण खुलासा करेगी।
समाज को चेतावनी:
यह हृदयविदारक घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि समाज में फैले अंधविश्वास की भयंकर परिणति है। यह सोचने का समय है कि कैसे शिक्षा, जागरूकता और संवेदनशील प्रशासन ही ऐसे अपराधों पर लगाम लगा सकता है।
नोट: पीड़िता की पहचान को गुप्त रखने के उद्देश्य से समाचार में नाम और व्यक्तिगत विवरणों को हटा दिया गया है।

कार्यालयीन समय में 20 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी मिले गैरहाजिर
अनुपस्थिति एवं विलंब पर जताई गहरी नाराजगी, नोटिस जारी करने तथा वेतन कटौती के दिए निर्देश
मुंगेली/शौर्यपथ /कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिला कलेक्टोरेट स्थित समाज कल्याण, उद्योग, शिक्षा सहित विभिन्न विभागीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति की जांच की। निरीक्षण के दौरान 20 से अधिक अधिकारी-कर्मचारियों की अनुपस्थिति एवं विलंब पर कलेक्टर ने गहरी नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने अनुपस्थित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। उन्होंने उपस्थिति पंजी का भी निरीक्षण किया और कहा कि उपस्थिति में पारदर्शिता और नियमितता आवश्यक है।
      निरीक्षण के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में बिना सूचना के कार्यालयीन समय में अनुपस्थित पाए गए, इनमें जिला शिक्षा अधिकारी श्री चन्द्र कुमार घृतलहरे, जिला मिशन समन्वयक श्री ओ.पी. कौशिक, सहायक जिला परियोजना अधिकारी श्री अजय नाथ सहित सहायक परियोजना समन्वयक, प्रोगामर, सहायक ग्रेड 03 व 02, कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं भृत्य अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र के महाप्रबंधक व प्रबंधक, समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक और कम्प्यूटर ऑपरेटर के बिना सूचना के कार्यालयीन समय में अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा एक दिन का वेतन काटने के निर्देश दिए। वहीं समग्र शिक्षा के अंतर्गत कार्यरत प्रोग्रामर शशिभूषण पांडेय द्वारा गैरहाजिर रहने के बावजूद उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करने के कृत्य को गंभीर लापरवाही मानते हुए कलेक्टर ने उक्त प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए संबंधित कर्मचारी को सेवा से पृथक करने आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को अनुशासन का कड़ाई से पालन करने और कार्यालय में समय पर उपस्थिति सुनिश्चित करने तथा कार्य के प्रति गंभीरता बरतने के निर्देश दिए। इस दौरान संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

  मुंगेली/शौर्यपथ / कृषि विभाग रायपुर के संचालक श्री राहुल देव के निर्देशानुसार एवं कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में कृषि विभाग द्वारा खाद-बीज की निर्बाध रूप से आपूर्ति हेतु जिले के विभिन्न कृषि केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। कृषि विभाग के उपसंचालक श्री एम.आर.तिग्गा ने बताया कि प्राप्त निर्देश के परिपालन में निरीक्षण में जायसवाल कृषि केन्द्र एवं ट्रेडर्स औराबांधा, अमन कृषि केन्द्र लछनपुर, नारायण ट्रेडर्स सारधा, राठौर कृषि केन्द्र सारधा, हरिओम कृषि केन्द्र हरदी, जानकी खाद भंडार झोंका, साहू कृषि केन्द्र भटगॉव, बालाजी ट्रेडर्स रीवापार, मॉ शैलपुत्री कृषि केन्द्र कोदवाबानी, सोनकर कृषि केन्द्र ठकुरीकापा, वैभव कृषि केन्द्र भटगॉव, हेमंत कृषि केन्द्र भटगॉव और साहू कृषि केन्द्र लौदा को उर्वरक विक्रय में अनियमितता पर कारण बताओ नोटिस जारी कर 03 केन्द्रों के उर्वरक विक्रय पर प्रतिबंध लगाया गया।
      जिला निरीक्षक श्री मनहरण कुर्रे ने बताया कि 07 उर्वरक का नमूना लिया गया और निर्धारित मूल्य एवं पॉस मशीन से ही उर्वरक का विक्रय करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही केन्द्रों में मूल्य सूची, स्टॉक की जानकारी प्रदर्शित करने कहा गया। निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग की सहायक संचालक श्रीमती ललिता मरावी, निरीक्षक श्री राजेश साहू, श्री योगेश दुबे और श्री उमेश दीक्षित सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

   मुंगेली /शौर्यपथ / कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिला पंचायत के सभा कक्ष में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, प्रधानमंत्री जनमन योजना के अंतर्गत आवासों की भौतिक प्रगति, मनरेगा श्रमिकों के नियोजन की स्थिति, कार्य पूर्णता की , मस्टर रोल में उपस्थित की ,आंगनवाड़ी भवन निर्माण, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्वच्छ भारत मिशन, मोर गांव मोर पानी सहित विभिन्न गतिविधियों निर्माण कार्यों के प्रगति की विस्तार से समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि गरीबों को आवास उपलब्ध कराना शासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है, इसलिए सभी विकासखंडों में अपूर्ण, प्रगतिरत एवं अप्रारंभ आवासों को त्वरित गति से पूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि पीएम आवास,आंगनबाड़ी भवन सहित विभिन्न निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें,किसी भी परिस्थिति में गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को सभी निर्माणाधीन भवनों का भौतिक निरीक्षण कर गुणवत्ता सुनिश्चित करने को कहा।
बेहतर कार्य की सराहना, लापरवाही पर नोटिस
जनमन योजना के अंतर्गत निर्मित आवासों की प्रगति की समीक्षा करते हुए  बेहतर प्रदर्शन करने वाले तकनीकी सहायकों बच्चन मार्काे, योगेन्द्र पटेल एवं नितिन चंद्राकर की प्रशंसा करते हुए उन्हें और बेहतर कार्य के लिए प्रेरित किया। वहीं कार्यों में धीमी प्रगति पर नाराज़गी जताते हुए लोरमी के तकनीकी सहायक रविन्द्र पैकरा और पी एम आवास के ब्लॉक समन्वयक की नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
’मनरेगा कार्यों में तेजी लाने के निर्देश’
कलेक्टर ने मनरेगा के अंतर्गत, कार्य पूर्णता, मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से मास्टर रोल में उपस्थित, कृषि एवं कृषि संबंधी कार्यों पर व्यय की प्रगति, ष्मोर गांव मोर पानीष् महभियान आदि की समीक्षा करते हुए लक्ष्य के अनुरूप बेहतर प्रगति लाने तथा सभी लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। मनरेगा कार्याे में धीमी प्रगति पर उन्होंने
लोरमी पी.ओ. और प्रोग्रामर को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए
       कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण नहीं होने की स्थिति में जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कार्यों में तेजी, गुणवत्ता और पारदर्शिता  सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पांडेय ने लक्ष्य के अनुरूप सभी योजनाओं एवं कार्यों में आवश्यक प्रगति लाने के लिए आश्वस्त किया। बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की उपसंचालक सुश्री भूमिका देसाई सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

केंद्रीय राज्य मंत्री  तोखन साहू की अध्यक्षता में दिशा समिति की बैठक संपन्न
विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा, गुणवत्तापूर्ण कार्य निष्पादन पर दिया विशेष जोर
मुंगेली/शौर्यपथ / बिलासपुर लोकसभा सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय  श्री तोखन साहू की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति ‘‘दिशा’’ तथा शहर स्तरीय सतर्कता एवं निगरानी समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की गहन समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी जिला स्तरीय अधिकारी शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि समाज के अंतिम पायदान में खड़े व्यक्ति तक शासन की योजना का लाभ पहुॅचना चाहिए। उन्होंने प्रदेश में जिले के नाम प्रथम पायदान पर लाने के लिए सभी अधिकारियों को टीम भावना एवं समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में मुंगेली विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले, बिल्हा विधायक श्री धरमलाल कौशिक, कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, वनमण्डलाधिकारी श्री अभिनव कुमार, जिला पंचायत सीईओं श्री प्रभाकर पाण्डेय सहित विभागीय अधिकारी एवं संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
   केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री साहू ने बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए कहा कि रीपा योजना के अंतर्गत श्रमिकों के लंबित मजदूरी भुगतान शीघ्र कराएं। रोजगार एवं आजीविका संवर्धन के लिए जिले में मिलेट कैफे एवं रोड साइड ईटरी को प्रोत्साहित करने का सुझाव दिए। उन्होंने पीएम जनमन योजना के तहत बेहतर मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने और पीएमजीएसवाई अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण कार्य, कार्यस्थलों पर जानकारी बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने तथा पैजनिया से रवेली मार्ग में सुधार के निर्देश दिए। मंत्री ने पीएम कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत भुगतान और कार्य पूर्णता की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों को लाभ जल्द से जल्द मिले तथा सभी कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं तकनीकी मानकों के अनुसार हों। जल जीवन मिशन के अंतर्गत गुणवत्तायुक्त पाइप बिछाने और कार्य की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने कहा कि प्रत्येक घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है। इस हेतु स्थानीय जनप्रतिनिधियों को जोड़ते हुए जांच टीम गठित करने का आदेश भी दिया गया, ताकि कार्यों की मॉनिटरिंग बेहतर ढंग से हो सके। मंत्री ने 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणामों की समीक्षा करते हुए कहा कि कमजोर बच्चों की पहचान कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षा प्रदान की जाए। उन्होंने अधिकारियों से जिले की शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने और शिक्षा में निरंतर सुधार लाने हेतु विशेष प्रयास करने का आह्वान किया। साथ ही, युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया की भी गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए गए। आदिवासी विकास विभाग के अंतर्गत आदर्श ग्राम योजना की प्रगति पर चर्चा करते हुए मंत्री श्री साहू ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों को प्रत्येक कार्य की स्पष्ट जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधानसभा वार कार्यों की सूची तैयार कर कार्यों की निगरानी एवं मूल्यांकन सुनिश्चित किया जाए। योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
            बैठक में कृषि, पशुपालन, मत्स्य व खाद्यान्न वितरण पर भी चर्चा हुई। बैठक में कृषि विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि बीज वितरण लक्ष्य के अनुरूप किया जा रहा है एवं डीएपी खाद की आपूर्ति भी पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित है। विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले ने सुझाव दिया कि अपंजीकृत किसानों के लिए भी खाद-बीज उपलब्धता की कार्ययोजना बनाई जाए। पशुपालन विभाग को टीकाकरण अभियान तेज़ी से संचालित करने के निर्देश दिए गए। मछलीपालन विभाग द्वारा सरई पतेरा क्षेत्र में मत्स्य उत्पादन की जानकारी प्रस्तुत की गई। खाद्य विभाग को “चावल उत्सव” के अंतर्गत हितग्राहियों को तीन माह का राशन सुनिश्चित रूप से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही राशन दुकानों में किसी भी प्रकार की शिकायत की स्थिति उत्पन्न न हो, यह सुनिश्चित करने को कहा गया। महिला एवं बाल विकास विभाग को निर्देशित किया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस चूल्हों की उपलब्धता होने के बावजूद कुछ स्थानों पर लकड़ी से भोजन पकाया जा रहा है, जिसे तुरंत रोका जाए। सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक दवाइयां विशेषकर सांप/कुत्ते के काटने और संक्रामक रोगों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हों। डायरिया व अन्य मौसमी बीमारियों की रोकथाम हेतु प्रभावी कदम उठाए जाएं। रिफर केस की मॉनिटरिंग सशक्त हो और किसी भी स्तर पर शिकायत की स्थिति उत्पन्न न हो। जन औषधि केंद्रों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता बनी रहे। मरीजों के लिए गुणवत्तायुक्त भोजन सुनिश्चित किया जाए। विधायक श्री मोहले ने समीक्षा बैठक के दौरान कृषि अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन किसानों का अभी तक पंजीयन नहीं हुआ है, उन्हें भी योजनाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि ऐसे किसानों के लिए अलग से कार्ययोजना बनाकर खाद और बीज उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाए, ताकि कोई भी किसान कृषि कार्य से वंचित न रहे।विधायक श्री धरमलाल कौशिक ने शासन-प्रशासन द्वारा जिले में आमजनों के कल्याण के लिए किये जा रहे कार्याे की सराहना की। उन्होने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, सिंचाई सहित विकासमूलक कार्याे में विशेष जोर देते हुए लक्ष्य के अनुरूप कार्य करने के लिए कहा।
            बैठक में कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार ने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि पूर्व बैठक में निर्देशित मजदूरी भुगतान कार्य पूर्ण किया गया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पात्र हितग्राहियों को चिन्हित करने सर्वे कार्य प्रगति पर है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत 3,000 से अधिक शौचालयों का निर्माण पूर्ण हुआ है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत 01 लाख से अधिक स्वास्थ्य कार्ड बनाए गए हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत जिले के सभी 22 कार्य प्रारंभ हो चुके हैं। निर्बाध विद्युत आपूर्ति हेतु आवश्यकतानुसार ट्रांसफॉर्मर स्थापित किए गए हैं। स्व-सहायता समूहों  को बढ़ावा देने हेतु “बिहान दुकान” की स्थापना की गई है।  बैठक में कलेक्टर ने दिए गए निर्देशों का पालन कराने के लिए आश्वस्त किया और कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजनता तक पहुंचाने हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल, अपर कलेक्टर श्री निष्ठा पांडेय तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री पंकज पटेल सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि और समिति के सदस्यगण उपस्थित थे। 

मुंगेली/शौर्यपथ /कभी जल संकट से जूझते गांवों के लिए अब मुंगेली जिला एक प्रेरणा बन गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशानुरूप और कलेक्टर  कुन्दन कुमान के निर्देशानुसार तथा जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय के मार्गदर्शन में मोर गांव मोर पानी अभियान के अंतर्गत जल संरक्षण व प्रबंधन के लिए जो पहल शुरू की गई, वह आज एक जनआंदोलन का रूप ले चुकी है। ग्रामीणों की भागीदारी, तकनीकी मार्गदर्शन और समर्पित क्रियान्वयन ने इस अभियान को एक स्थायी विकास मॉडल बना दिया है।
डिफंक्ट बोरवेल को मिला नया जीवन
  जल प्रबंधन के तहत जिले में 265 अनुपयोगी बोरवेल की पहचान की गई, जिनमें से 203 कार्यों को स्वीकृति मिली और 45 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। 26 जून  को ही 11 कार्य पूर्ण कर लिए गए, जो अभियान की गति और गंभीरता को दर्शाता है। मुंगेली ब्लॉक सबसे आगे रहा, जहां 110 बोरवेल चिन्हांकित किए गए और इनमें से 32 का कार्य पूर्ण हो चुका है।
रिचार्ज पिट ने भूजल को दिया संबल
भूजल स्तर सुधारने के लिए अब तक जिले में 276 रिचार्ज पिट चिन्हांकित किए गए। इनमें से 129 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। सबसे अधिक रिचार्ज पिट लोरमी ब्लॉक में बने हैं, जहां 132 पिट चिन्हांकित किए गए हैं। यह कार्य आने वाले वर्षों में भूजल संरक्षण के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।
सामूहिक श्रमदान से हो रहे बोरी बांध निर्माण
बोरी बांध निर्माण में जनभागीदारी की मिसाल कायम की गई है। जिले में 160 बांधों का लक्ष्य रखा गया था, जिसमें से 146 पहले ही पूर्ण हो चुके हैं और 14 कार्य प्रगति पर हैं। यह कार्य ग्रामीणों के श्रमदान से संपन्न हुए हैं, जो सामूहिक चेतना की शक्ति को दर्शाता है।
जन सहयोग से बना जन आंदोलन
 पंचायत प्रतिनिधियों, स्व-सहायता समूहों और आम ग्रामीणों ने न केवल इस कार्य में श्रमदान किया, बल्कि योजना, निर्माण और निगरानी में भी भागीदारी निभाई। यह अभियान अब सिर्फ सरकारी योजना नहीं, बल्कि गांवों का अपना अभियान बन चुका है। बनी हुई संरचनाओं से खेतों की सिंचाई क्षमता में वृद्धि होगी, जिससे फसल उत्पादकता में सुधार होगा। साथ ही मछली पालन, सब्जी उत्पादन और वर्मी कंपोस्ट जैसी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे ग्रामीणों को आर्थिक मजबूती और सतत आजीविका के अवसर मिलेंगे।

मीसाबंदियों की 50वीं वर्षगांठ पर भावपूर्ण सम्मान, छायाचित्र प्रदर्शनी एवं फिल्म प्रदर्शन
मुंगेली/शौर्यपथ / आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक भवन में आयोजित विविध कार्यक्रमों के माध्यम से लोकतंत्र के लिए संघर्षरत मीसाबंदियों को नमन किया गया। इस अवसर पर छायाचित्र प्रदर्शनी, प्रेरणादायक फिल्म प्रदर्शन एवं मीसाबंदियों का सार्वजनिक सम्मान किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां भारती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुई। इसके पश्चात आपातकाल लोकतंत्र की हत्या विषय पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया, जिसमें आपातकाल की विभीषिका, आंदोलनों और मीसाबंदियों के संघर्षों को चित्रों के माध्यम से जीवंत किया गया। बड़ी संख्या में नागरिकों, विद्यार्थियों एवं युवाओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर इतिहास को समझने का प्रयास किया।
         इस अवसर पर मीसाबंदी श्री द्वारिका जायसवाल एवं श्री कृष्ण कुमार सोनी ने आपातकाल के दौरान अपने अनुभव साझा किए। श्री जायसवाल ने कहा कि आपातकाल के दिन भारतीय लोकतंत्र के लिए अत्यंत पीड़ादायक थे। नागरिक अधिकारों पर रोक लगाई गई और आवाज उठाने वालों को जेल में डाला गया। वहीं श्री सोनी ने जेल में हुए अमानवीय व्यवहार और मीसाबंदियों के साहसिक संघर्ष की बात कही। मुख्य अतिथि विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय था। उस समय मौलिक अधिकारों और संविधान की खुलेआम अवहेलना की गई। उन्होंने कहा कि 25 जून हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संवैधानिक अधिकारों की महत्ता की याद दिलाता है। मीसाबंदियों का बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है।
        जिला पंचायत अध्यक्ष श्री श्रीकांत पांडेय ने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को आपातकाल के उस दौर से सीख लेकर लोकतंत्र की मजबूती में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा हेतु सदैव सजग रहें। कार्यक्रम के दौरान मीसाबंदियों एवं उनके परिवारजनों को शाल व श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभाकर पांडेय ने अंत में सभी अतिथियों और नागरिकों के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पांडेय तिवारी एवं श्रीमती मेनका प्रधान, गणमान्य नागरिक श्री दीनानाथ केशरवानी, स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, मीडिया प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

कलेक्टर ने चौपाल लगाकर सुनी बैगा आदिवासियों की समस्याएं, त्वरित समाधान के दिए निर्देश
मुंगेली /शौर्यपथ /जनजातीय समुदाय के समग्र विकास को लेकर केंद्र और राज्य शासन की प्राथमिकताओं के अनुरूप “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” के अंतर्गत जिले के सुदूर वनांचल ग्राम छपरवा में शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर कुन्दन कुमार एवं पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल ने चौपाल लगाकर बैगा आदिवासियों की समस्याएं सुनीं और विभिन्न विभागों को त्वरित समाधान हेतु निर्देश दिए। शिविर में कलेक्टर ने ग्रामीणों से पेयजल, विद्युत, शिक्षा, स्वास्थ्य, आधार, राशन, पेंशन, वनाधिकार पट्टा, शौचालय, आवास सहित लगभग 25 कल्याणकारी योजनाओं की जमीनी जानकारी ली और उनकी क्रियान्वयन की स्थिति जानी।
शिवतराई क्षेत्र में 24 घंटे 108 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने के निर्देश
        कलेक्टर ने पेयजल की समस्या को प्रमुखता से लेते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और बिजली व्यवस्था के लिए क्रेडा विभाग को शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को शिवतराई क्षेत्र में 24 घंटे 108 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने एवं एटीआर क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में मौसमी बीमारियों एवं विषैले जीव-जंतुओं के काटने पर उपचार हेतु दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों को मितानिनों के साथ सतत संवाद बनाए रखने की अपील भी की। कलेक्टर ने बैगा आदिवासियों से एटीआर क्षेत्र से विस्थापन के संबंध में भी चर्चा करते हुए वन विभाग को संवेदनशीलता के साथ आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि एटीआर क्षेत्र की सभी स्कूलों में युक्तियुक्तकरण के तहत पर्याप्त शिक्षक पदस्थ कर दिए गए हैं। उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने और मिशन 90 प्लस अभियान में छात्र-छात्राओं को स्थान दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही बैगा आदिवासियों को शासन की योजनाओं से जागरूक करने रेडियो भी उपलब्ध कराने की बात कही।
एसपी ने बाल विवाह से बचाव एवं शिक्षा और नशामुक्ति के लिए किया जागरूक
      पुलिस अधीक्षक ने बैगा समुदाय को मच्छरदानी का नियमित उपयोग, जमीन पर न सोने, जूते-चप्पल झाड़कर पहनने, बाल विवाह से बचाव एवं शिक्षा और नशामुक्ति जैसे विषयों पर जागरूक किया। कलेक्टर-एसपी ने आदिवासी बैगाओं के बच्चों को दुलार भी किया और टाफियां प्रदान कर शुभाशीष दिया। शिविर के दौरान बड़ी संख्या में हितग्राहियों को आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, पीएम किसान सम्मान निधि, किसान क्रेडिट कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र और पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ प्रदान किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री प्रभाकर पांडेय, एसडीएम लोरमी श्री अजीत पुजारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं सैकड़ों की संख्या में बैगा आदिवासी उपस्थित रहे।

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