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मोर गांव, मोर पानी महा अभियान से जिले में वर्षा जल का संरक्षण हो रहा है
मोहला /शौर्यपथ / जिले में मोर गांव, मोर पानी महाभियान के तहत जल संरक्षण और भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत मोहला-मानपुर-अं.चौकी जिले के ग्राम पंचायतों में कुल 269 से अधिक संरचनाएं बनाई जा चुकी है व इस वर्ष जल संरक्षण कार्यों को मंजूरी दी जा रही है इनमें तालाब निर्माण, निजी कृषि तालाब, सोखता गड्ढे, लूज बोल्डर चेक डैम, गैबियन स्ट्रक्चर, अर्दन डैम, चेक डैम, कंटूर ट्रेच, सोक पिट, डिफंक्ट बोरवेल रिचार्ज, परकोलेशन टैंक जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं, इन संरचनाओं का मुख्य उददेश्य बरसात के मौसम में नालों के माध्यम से बहकर व्यर्थ जाने वाले पानी को रोकना और उसे धरती में समाहित कर भू-जल स्तर को बढ़ाना है ।
इन कार्यों की योजना बनाने और कार्यान्वयन में आधुनिक जीआईएस भौगोलिक सूचना प्रणाली तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसकी मदद से रिज टू वैली पहाड़ी से घाटी तक सिद्धांत पर आधारित स्ट्रक्चर्स की प्लानिंग की गई है ताकि बारिश का पानी व्यवस्थित तरीके से संरचनाओं में एकत्र हो और अधिकतम जल संचयन हो सके। पूर्व में इन क्षेत्रों में वर्षा चल के बहाव से बड़े पैमाने पर मिटटी कटाव की समस्या उत्पन्न होती थी। अब इन संरचनाओं के निर्माण से न केवल जल संरक्षण होगा बल्कि मिटटी कटाव की समस्या पर भी स्थायी समाधान मिलेगा। नालों का बहाव धीमा होगा और पानी धीरे-धीरे भूमि में रिसकर भू-जल भंडार को समृद्ध करेगा। च्ड।ल्दृळ के हितग्राहियों के घरो में महाअभियान चलाते हुए जिले में सभी आवासों में सोखता गढ्ढा एवं रूफटॉप संरचना का निर्माण के लिए हितग्राहियों को प्रोत्साहित करते हुए संरचनाओं निर्माण किया जा रहा है।
कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति और जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भारती चंद्राकर के मार्गदर्शन में मनरेगा योजना के तहत जल संवर्धन के लिए विभन्न संरचनाओं का निर्माण तेज गति से जारी है। जिसमें ग्राम पंचायातों की शत प्रतिशत भागीदारी है। ये प्रयास जिले में जल सुरक्षा सुनिश्चित करने और स्थानीय समुदायों की आजीविका को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
गुरुवार
मोर गांव, मोर पानी महा अभियान से जिले में वर्षा जल का संरक्षण हो रहा है
मोहला /शौर्यपथ / जिले में मोर गांव, मोर पानी महाभियान के तहत जल संरक्षण और भू-जल स्तर को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत मोहला-मानपुर-अं.चौकी जिले के ग्राम पंचायतों में कुल 269 से अधिक संरचनाएं बनाई जा चुकी है व इस वर्ष जल संरक्षण कार्यों को मंजूरी दी जा रही है इनमें तालाब निर्माण, निजी कृषि तालाब, सोखता गड्ढे, लूज बोल्डर चेक डैम, गैबियन स्ट्रक्चर, अर्दन डैम, चेक डैम, कंटूर ट्रेच, सोक पिट, डिफंक्ट बोरवेल रिचार्ज, परकोलेशन टैंक जैसे महत्वपूर्ण कार्य शामिल हैं, इन संरचनाओं का मुख्य उददेश्य बरसात के मौसम में नालों के माध्यम से बहकर व्यर्थ जाने वाले पानी को रोकना और उसे धरती में समाहित कर भू-जल स्तर को बढ़ाना है ।
इन कार्यों की योजना बनाने और कार्यान्वयन में आधुनिक जीआईएस भौगोलिक सूचना प्रणाली तकनीक का उपयोग किया जा रहा है। इसकी मदद से रिज टू वैली पहाड़ी से घाटी तक सिद्धांत पर आधारित स्ट्रक्चर्स की प्लानिंग की गई है ताकि बारिश का पानी व्यवस्थित तरीके से संरचनाओं में एकत्र हो और अधिकतम जल संचयन हो सके। पूर्व में इन क्षेत्रों में वर्षा चल के बहाव से बड़े पैमाने पर मिटटी कटाव की समस्या उत्पन्न होती थी। अब इन संरचनाओं के निर्माण से न केवल जल संरक्षण होगा बल्कि मिटटी कटाव की समस्या पर भी स्थायी समाधान मिलेगा। नालों का बहाव धीमा होगा और पानी धीरे-धीरे भूमि में रिसकर भू-जल भंडार को समृद्ध करेगा। च्ड।ल्दृळ के हितग्राहियों के घरो में महाअभियान चलाते हुए जिले में सभी आवासों में सोखता गढ्ढा एवं रूफटॉप संरचना का निर्माण के लिए हितग्राहियों को प्रोत्साहित करते हुए संरचनाओं निर्माण किया जा रहा है।
कलेक्टर श्रीमती तुलिका प्रजापति और जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भारती चंद्राकर के मार्गदर्शन में मनरेगा योजना के तहत जल संवर्धन के लिए विभन्न संरचनाओं का निर्माण तेज गति से जारी है। जिसमें ग्राम पंचायातों की शत प्रतिशत भागीदारी है। ये प्रयास जिले में जल सुरक्षा सुनिश्चित करने और स्थानीय समुदायों की आजीविका को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकास एवं पारदर्शिता के लिए छत्तीसगढ़ की सराहनीय पहल को मिला राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान
रायपुर/शौर्यपथ / भारत सरकार के खान मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य को जिला खनिज संस्थान न्यास के अंतर्गत उल्लेखनीय कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। आज नई दिल्ली स्थित स्कोप कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक दिवसीय “नेशनल डीएमएफ वर्कशॉप” के दौरान केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने मुख्यमंत्री के सचिव और खनिज सचिव श्री पी. दयानंद को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
खान मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना द्वारा नेशनल डीएमएफ पोर्टल में समस्त राज्यों के डीएमएफ से संबंधित डेटाबेस का संधारण किया जा रहा है। डीएमएफ के ऑडिट रिपोर्ट का राज्य डीएमएफ पोर्टल एवं नेशनल डीएमएफ पोर्टल में 90 प्रतिशत डेटाबेस पूर्णतः अपलोड किए जाने पर छत्तीसगढ़ राज्य को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के प्रयासों को मॉडल राज्य के रूप में प्रस्तुत किया गया और अन्य राज्यों को भी डेटा अपलोडिंग, पारदर्शिता और ज़मीनी क्रियान्वयन के अनुकरण की सलाह दी गई।
उल्लखेनीय है कि नेशनल डीएमएफ कार्यशाला का आयोजन प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना एवं डीएमएफ की प्रभावशीलता को बढ़ाने और खनन क्षेत्रों में सतत एवं समावेशी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था। कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों से सचिव, संचालक एवं खनन प्रभावित जिलों के कलेक्टर्स शामिल हुए।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा डीएमएफ के माध्यम से खनन प्रभावित क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, अधोसंरचना एवं आजीविका जैसे विविध क्षेत्रों में समावेशी विकास के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। राज्य में अब तक 16,506 करोड़ रुपये की लागत से 1,01,313 विकास कार्यों की स्वीकृति दी जा चुकी है, जिनमें से 70,318 कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किए जा चुके हैं।
राज्य शासन द्वारा डीएमएफ के क्रियान्वयन में पारदर्शी और जनहितकारी दृष्टिकोण को अपनाते हुए, प्रत्येक जिले में स्थानीय आवश्यकताओं के अनुरूप कार्यों की योजना और निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। यह नीति न केवल भौतिक विकास बल्कि सामाजिक सशक्तिकरण को भी लक्ष्य में रखती है।
कार्यशाला में छत्तीसगढ़ की ओर से सचिव, खनिज साधन विभाग श्री पी. दयानंद, संचालक श्री रजत बंसल के साथ बालोद, बलौदाबाजार-भाटापारा, कोरबा, रायगढ़ एवं दंतेवाड़ा जिलों के कलेक्टर्स एवं डीएमएफ के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
शौर्यपथ /? जिंदगी को कैसे जीना चाहिए — कुछ गहरे और सच्चे सूत्र:
1. स्वयं से प्रेम करो:
खुद को समझो, अपनाओ और अपने भीतर की अच्छाइयों को पहचानो।
खुद की तुलना किसी और से मत करो — तुम अनोखे हो।
2. वर्तमान में जियो:
बीते कल का पछतावा और आने वाले कल की चिंता छोड़ो।
आज का हर पल अमूल्य है — उसे मुस्कराकर जियो।
3. आभार प्रकट करो:
जो कुछ तुम्हारे पास है, उसके लिए आभारी बनो।
कृतज्ञता से मन शांत और जीवन सरल होता है।
4. सकारात्मक सोच रखो:
हर कठिनाई में एक अवसर छिपा होता है।
नकारात्मक विचारों को चुनौती दो और उजालों की ओर बढ़ो।
5. सेवा करो और खुशियाँ बाँटो:
दूसरों की मदद करने से जो संतोष मिलता है, वह अमूल्य है।
मुस्कराहट बांटना सबसे सस्ती और सबसे सुंदर सौगात है।
6. सीखते रहो:
हर दिन कुछ नया सीखो — खुद को बेहतर बनाओ।
गलती करना ठीक है, पर उससे कुछ सीखना जरूरी है।
7. स्वास्थ्य और संतुलन:
शरीर, मन और आत्मा — तीनों का ख्याल रखो।
अच्छी नींद, संतुलित आहार और ध्यान जीवन को स्थिर बनाते हैं।
? जिंदगी को खुलकर जीना सीखो...
हर सुबह एक नया अवसर है ✨
? खुद से प्रेम करो
? दूसरों में खुशियाँ बाँटो
? मुश्किलों में मुस्कराओ
? हर पल को गले लगाओ
क्योंकि जिंदगी एक बार मिलती है... उसे शान से जियो! ?
.मेष (Aries)
भाग्य साथ देगा, लेकिन जल्दबाज़ी से बचें।
आर्थिक लाभ की संभावना है। कार्यस्थल पर थोड़ी चुनौती आ सकती है, लेकिन धैर्य से काम लें। पारिवारिक सहयोग बना रहेगा।
उपाय: हनुमान जी को सिंदूर चढ़ाएं।
शुभ रंग: लाल
शुभ अंक: 9
.वृषभ (Taurus)
मानसिक शांति और पारिवारिक सौहार्द बना रहेगा।
नई योजनाओं की शुरुआत के लिए दिन अच्छा है। व्यापारियों को लाभ होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
उपाय: गाय को हरा चारा खिलाएं।
शुभ रंग: सफेद
शुभ अंक: 6
.मिथुन (Gemini)
मिलेजुले परिणाम मिलेंगे।
कर्म क्षेत्र में परिश्रम अधिक करना पड़ेगा। व्यावसायिक लाभ धीरे-धीरे बढ़ेगा। संतान पक्ष से सुख मिलेगा।
उपाय: गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं।
शुभ रंग: हरा
शुभ अंक: 5
.कर्क (Cancer)
धन लाभ के योग हैं, लेकिन खर्चों पर नियंत्रण रखें।
किसी पुराने मित्र से मुलाकात संभव है। दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी।
उपाय: चंद्रमा को कच्चा दूध अर्पित करें।
शुभ रंग: सफेद
शुभ अंक: 2
.सिंह (Leo)
समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
नेतृत्व क्षमता दिखेगी। नौकरी में उन्नति के योग हैं। प्रेम जीवन में प्रगाढ़ता बढ़ेगी।
उपाय: सूर्य को जल अर्पित करें।
शुभ रंग: सुनहरा
शुभ अंक: 1
. कन्या (Virgo)
नौकरी और व्यापार में प्रगति के संकेत।
परिवार का सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों के लिए समय अनुकूल है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
उपाय: श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
शुभ रंग: हरा
शुभ अंक: 7
.तुला (Libra)
मानसिक शांति रहेगी, परंतु आलस्य से बचें।
यात्रा का योग बन सकता है। रिश्तों में सुधार होगा। निवेश सोच-समझकर करें।
उपाय: दुर्गा स्तोत्र का पाठ करें।
शुभ रंग: गुलाबी
शुभ अंक: 6
.वृश्चिक (Scorpio)
पुराने विवाद सुलझ सकते हैं।
साझेदारी में लाभ होगा। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है। सतर्क रहें।
उपाय: महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।
शुभ रंग: लाल
शुभ अंक: 9
.धनु (Sagittarius)
धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
आर्थिक दृष्टि से दिन शुभ है। प्रेम जीवन में स्थिरता आएगी। बुजुर्गों का आशीर्वाद मिलेगा।
उपाय: पीपल के पेड़ को जल दें।
शुभ रंग: पीला
शुभ अंक: 3
.मकर (Capricorn)
कार्यस्थल पर सफलता मिलेगी।
लंबित कार्य पूरे होंगे। परिवार में आनंद का वातावरण रहेगा।
उपाय: शनिदेव को तेल चढ़ाएं।
शुभ रंग: नीला
शुभ अंक: 8
. कुम्भ (Aquarius)
साहसिक निर्णय लाभ देंगे।
नया कार्य शुरू करने के लिए उत्तम समय है। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा।
उपाय: किसी निर्धन को काले कपड़े दान करें।
शुभ रंग: काला
शुभ अंक: 4
.मीन (Pisces)
मन भावुक रहेगा, लेकिन निर्णय विवेक से लें।
कलात्मक क्षेत्र के लोगों के लिए दिन शुभ है। मित्रों से लाभ होगा।
उपाय: विष्णु जी को पीले फूल अर्पित करें।
शुभ रंग: हल्का पीला
शुभ अंक: 3
बुद्ध प्रतिमा की स्थापना से मैनपाट बनेगा शांति और समावेशी संस्कृति की नई पहचान : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मैनपाट में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का किया अनावरण
मुख्यमंत्री ने की 30 लाख रुपए के विकास कार्यों की घोषणा, सीसी रोड और मंदिर शेड निर्माण को दी मंजूरी
तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुरूप आत्मीय स्वागत से मुख्यमंत्री हुए अभिभूत
रायपुर /शौर्यपथ /छत्तीसगढ़ में बौद्ध परंपरा की जड़ें अत्यंत गहरी हैं और भगवान बुद्ध के प्रेम, शांति एवं करुणा के संदेश को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार विकास के पथ पर अग्रसर है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सरगुजा जिले के मैनपाट स्थित होटल ग्राउंड परिसर में नवस्थापित भगवान बुद्ध की भव्य प्रतिमा के अनावरण समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया और प्रदेशवासियों के लिए सुख, समृद्धि एवं शांति की कामना की।
मुख्यमंत्री साय ने अपने संबोधन में इस पावन अवसर पर आमंत्रण के लिए तिब्बती समुदाय के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में कई ऐसे स्थल हैं, जहां भगवान बुद्ध की उपासना की जाती है। सिरपुर में बौद्ध, जैन और सनातन परंपराएं एक साथ देखने को मिलती हैं, जो राज्य की समावेशी संस्कृति का अद्वितीय उदाहरण है।
मुख्यमंत्री साय ने दलाई लामा जी के 90वें जन्मदिवस का स्मरण करते हुए कहा कि उनका जीवन भगवान बुद्ध की करुणा, प्रेम और शांति के सिद्धांतों का सजीव प्रतीक है। आज की दुनिया के लिए उनका संदेश नई आशा और सकारात्मकता का स्रोत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी सहित विश्व भर के नेताओं ने दलाई लामा जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं, जो यह दर्शाता है कि भगवान बुद्ध के विचारों का वैश्विक जीवन पर कितना गहरा प्रभाव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैनपाट प्राकृतिक सौंदर्य और सांस्कृतिक विविधता से भरपूर स्थल है, जो पर्यटकों को रोमांचित करता है। यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, और राज्य सरकार इसके समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य की नवीन औद्योगिक नीति में पर्यटन को विशेष प्राथमिकता दी गई है, और मैनपाट जैसे क्षेत्रों में होम स्टे सुविधा शुरू करने वालों को विशेष प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने तिब्बती सहकारी समिति की मांग पर मैनपाट स्थित सैला रिसॉर्ट से बौद्ध मंदिर तक सीसी रोड निर्माण के लिए 10 लाख रुपये तथा प्राचीन बौद्ध मंदिर में शेड निर्माण के लिए 20 लाख रुपये की घोषणा की।
मुख्यमंत्री साय ने इस अवसर पर पौधरोपण किया। उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम में पारंपरिक तिब्बती रीति-रिवाजों के अनुसार मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। हाथों में तिरंगा लिए लोगों ने उत्साहपूर्वक मुख्यमंत्री से मुलाकात की, जिससे वातावरण उल्लासमय हो गया।
कार्यक्रम में सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज, सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो, कलेक्टर विलास भोसकर, सेटलमेंट अधिकारी सुश्री स्वांग यांग्सो, तिब्बती सहकारी समिति के अध्यक्ष तामदिंग सेरिंग, मठ प्रमुख लामा दुब्जे, लामा जिनपा सहित तिब्बती समुदाय के बड़ी संख्या में सदस्य उपस्थित थे।
11 राज्यों के अधिकारी एवं आजीविका विशेषज्ञ होंगे शामिल
महिला उद्यमिता को मिलेगा नया आयाम
रायपुर /शौर्यपथ /भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा “लखपति दीदी” बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर की क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन 9 से 11 जुलाई 2025 तक राजधानी रायपुर में होने जा रहा है। यह कार्यशाला दीनदयाल अंत्योदय योजना – राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत आयोजित की जा रही है। आयोजन में देश के 11 राज्यों के वरिष्ठ अधिकारीगण, मिशन संचालक, आजीविका विशेषज्ञ, स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधि तथा अन्य संबद्ध हितधारक सहभागी होंगे।
कार्यशाला का उद्घाटन भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव श्री टी. के. अनिल, छत्तीसगढ़ शासन की पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती निहारिका बारिक, भारत सरकार की संयुक्त सचिव श्रीमती स्वाति शर्मा तथा छत्तीसगढ़ शासन के सचिव श्री भीम सिंह की उपस्थिति में होगा।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में 3 करोड़ “लखपति दीदी” तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके तहत ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और उद्यमशील बनाने हेतु विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में यह कार्यशाला विविध पहलुओं जैसे— ग्रामीण आजीविका के अवसर, सामाजिक एवं वित्तीय समावेशन, कौशल विकास, बाजार उपलब्धता, वेल्यू चेन निर्माण एवं आधुनिक तकनीकों पर आधारित रणनीतियों पर विस्तृत चर्चा एवं अनुभव साझा करने का एक सशक्त मंच प्रदान करेगी।
यह कार्यशाला मध्यप्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, ओडिशा, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु तथा आंध्रप्रदेश राज्यों के प्रतिभागियों की सहभागिता का गवाह बनेगी।
विशेष रूप से भारत सरकार, ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव श्री शैलेश कुमार सिंह तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव श्री एस. सी. एल. दास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़कर प्रतिभागियों को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्रों में स्थानीय संसाधनों के उपयोग, महिला प्रशिक्षण, वित्तीय समावेशन तथा व्यवसाय संवर्धन के विषयों पर गहन मंथन किया जाएगा। आयोजन में आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व-सहायता समूहों द्वारा उत्पादित सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी, जिससे उनके उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध हो सके।
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की संचालक श्रीमती जयश्री जैन ने बताया कि कार्यशाला की सभी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि यह आयोजन ग्रामीण विकास में महिला नेतृत्व को और अधिक प्रभावी भूमिका निभाने हेतु प्रेरित करेगा। यह कार्यशाला केवल विमर्श का अवसर न होकर भविष्य की ठोस रणनीतियों का आधार भी बनेगा, जिससे “लखपति दीदी” के रूप में लाखों महिलाओं को सशक्त किया जा सकेगा।
पाटन/शौर्यपथ।
श्रावण मास के पावन अवसर पर भगवान भोलेनाथ के प्रति असीम श्रद्धा और समाजिक समर्पण को समर्पित भव्य बोल बम कांवर यात्रा का आयोजन इस वर्ष 28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट तक किया जाएगा। यह यात्रा “सर्वे भवंतु सुखिनः एवं जल संरक्षण” जैसे गहरे आध्यात्मिक और सामाजिक संदेश को लेकर निकलेगी।
पाटन विश्राम गृह में बोल बम कांवर यात्रा समिति की बैठक समिति संयोजक श्री जितेंद्र वर्मा की गरिमामयी अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में यात्रा को अधिक व्यवस्थित, भव्य और आध्यात्मिक रूप से प्रभावशाली बनाने हेतु विस्तृत योजनाओं पर विचार किया गया।
? भक्ति के साथ प्रकृति संरक्षण का समन्वय
इस बार की यात्रा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक सामाजिक जागरूकता का स्वरूप भी धारण करेगी। संयोजक श्री वर्मा ने बताया कि शिवभक्तों द्वारा “एक मुट्ठी चावल भगवान शिव के नाम” संकल्प के अंतर्गत अर्पित अन्न से महाप्रसादी तैयार की जाएगी, जो श्रद्धालुओं को वितरित होगी। यात्रा के समापन पर टोलाघाट में रुद्राभिषेक व जलाभिषेक के आयोजन होंगे।
? पायल साहू की भक्ति प्रस्तुति बनेगी विशेष आकर्षण
कांवर यात्रा की समाप्ति पर टोलाघाट में छत्तीसगढ़ की लोकप्रिय लोकगायिका पायल साहू अपनी भक्ति-भावनाओं से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुति देंगी। उनका लोककला मंच ननकट्ठी इस आयोजन में अध्यात्म और लोकसंस्कृति का अनूठा संगम प्रस्तुत करेगा।
? व्यापक जनभागीदारी और सौहार्द का प्रतीक
बैठक में पाटन, मोखली व आसपास के ग्रामों से सैकड़ों श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। यह आयोजन केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि धर्म, सेवा और समाज के त्रैविध संगम का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा है।
? श्रद्धा, सेवा और संगठन का अद्भुत स्वरूप
श्री जितेंद्र वर्मा ने बताया कि यात्रा की व्यवस्था के लिए गांव-गांव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं जो घर-घर आमंत्रण देकर लोगों को जोड़ेंगे। यात्रा में सहभागिता और सेवा भाव को प्राथमिकता देते हुए सभी समितियों को जिम्मेदारियां दी गई हैं।
यह यात्रा जहां शिवभक्तों के लिए आस्था का मार्ग है, वहीं समाज के लिए प्रेरणा और संगठन का प्रतीक भी बन रही है। जल संरक्षण, सद्भाव और धर्म की चेतना को लेकर यह यात्रा आगामी 28 जुलाई को पाटन से टोलाघाट तक, भक्ति और सेवा का अनोखा अनुभव प्रदान करेगी।
✍️ रिपोर्ट: शरद पंसारी
? शौर्यपथ न्यूज़ – आस्था, समाज और संस्कृति की आवाज़
दुर्ग/शौर्यपथ / निपुण भारत मिशन की वर्षगांठ के अवसर पर स्टारलाइट फाउंडेशन द्वारा दुर्ग जिले के बोरिगारका प्राथमिक विद्यालय में पहली ‘स्तंभशाला’ कक्षा का शुभारंभ किया गया। यह पहल कक्षा 1 से 3 तक के बच्चों की फाउंडेशनल लिटरेसी और न्यूमेरसी (FLN) को सशक्त बनाने के उद्देश्य से की गई है।
कक्षा को स्मार्ट एलईडी टीवी, शैक्षिक चार्ट्स, चित्रात्मक पुस्तकें व फन लर्निंग किट्स से सज्जित किया गया है, जिससे बच्चे खेल-खेल में सीख सकें। कार्यक्रम में संयुक्त संचालक नंदलाल चौधरी, सभापति श्रद्धा साहू, जनपद उपाध्यक्ष राकेश हिरवानी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संस्था अध्यक्ष प्रतीक ठाकरे ने बताया कि यह मॉडल शिक्षा को बोझ नहीं, आनंदमयी अनुभव बनाने की दिशा में काम करता है। आने वाले महीनों में इसे अन्य विद्यालयों में भी लागू किया जाएगा।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ हुईं और मेधावी छात्रों को पुरस्कृत किया गया। ग्रामवासियों ने इस पहल को शिक्षा में बदलाव की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।
दुर्ग/शौर्यपथ/ दुर्ग नगर निगम क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी की शहरी सरकार को अस्तित्व में आए लगभग चार महीने हो चुके हैं। इस अवधि में शहर में विकास कार्यों की सुस्त गति, अव्यवस्थाओं की बढ़ती भरमार और आम नागरिकों की लगातार हो रही परेशानियों को लेकर असंतोष गहराता जा रहा है।
शहर के कई वार्डों में अतिक्रमण की समस्याएं, सफाई व्यवस्था की बदहाली, जलनिकासी की कमी, सड़क मरम्मत जैसे मुद्दे गंभीर रूप से उभरकर सामने आए हैं। नागरिक मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इन्हीं जनमुद्दों को लेकर दुर्ग कांग्रेस द्वारा कल दोपहर 12 बजे कलेक्टर दुर्ग अभिजीत सिंह को ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें शहर की जनता की समस्याओं एवं उनकी अपेक्षाओं को प्रशासन के संज्ञान में लाया जाएगा।
कांग्रेस पदाधिकारियों के अनुसार, यह पहल दुर्ग शहर की जनता की आवाज़ को सशक्त रूप से उठाने और उनके हितों की रक्षा करने के विश्वास के साथ की जा रही है। उनका मानना है कि शहर के नागरिकों को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराना शासन और प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है, जिसे लेकर अब गंभीर और प्रभावी प्रयासों की आवश्यकता है। ज्ञापन के माध्यम से शासन-प्रशासन को यह स्पष्ट संदेश देने का प्रयास होगा कि दुर्ग शहर की जनता सजग है, और उसकी समस्याओं की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
? तारीख: 09/07/2025
? समय: दोपहर 12:00 बजे
? स्थान: कलेक्टर परिसर, दुर्ग
✍️ रिपोर्ट: शरद पंसारी