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रायपुर /शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेशवासियों को जन्माष्टमी की बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की है। मुख्यमंत्री ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की जीवन लीलाएं और उनके उपदेश हमें जीने की सही कला सिखाते हैं। उनके द्वारा दी गई सीख जीवन की हर परिस्थिति के लिए प्रासंगिक हैं और सही रास्ता दिखाती हैं।
29/08/2021 को अंतर्विभागीय लीड एजेंसी (सड़क सुरक्षा) के अध्यक्ष संजय शर्मा के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 30 कोड़ापार से श्यामतराई के मध्य घटित सड़क दुर्घटनाओं के आधार पर चिन्हांकित किए गए ब्लैक स्पॉट, ग्रे स्पॉट का निरीक्षण किया गया।
सड़क दुर्घटना में कमी लाने हेतु निरीक्षण के दौरान बिरेझर शीतला तलाब मोड़ के पास सूचनात्मक बोर्ड, हैजार्ड मार्कर बोर्ड, भाठागांव एफसीआई गोदाम से स्कूल के मध्य रंबल स्ट्रिप, सूचनात्मक बोर्ड, कुरूद बाईपास के पास गति सीमा, सूचनात्मक बोर्ड, डांडेसरा से डाही मोड़ तक रंबल स्ट्रीप सूचनात्मक बोर्ड, ग्रे स्पॉट मार्किंग, स्पीड लिमिट बोर्ड, गागरा पुल से पुरी मोड के मध्य क्रश बेरिया, सूचनात्मक बोर्ड, संबलपुर बायपास के पास क्रास बैरियर, सूचनात्मक बोर्ड, सोल्डर मरम्मत, सड़क किनारे झाड़ियों की कटाई, अर्जुनी मोड़ से श्यामतराई तक बने डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ाने, मुख्य मार्ग से मिलने वाले सहायक मार्ग में रंबल स्ट्रिप बनवाने, नया मंडी के सामने रंबल स्ट्रिप बनवाने एवं रत्नाबांधा गुंडरदेही रोड का चौड़ाई बढ़ाते हुए आवश्यक सुधारात्मक कार्य करने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के दौरान यातायात से उप निरीक्षक शत्रुघ्न पांडेय, प्रआर चमन सिंह, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ईपीपी कांट्रेक्टर श्रीकांत रेड्डी, टीम लीडर श्री ए.के. झा, इंजीनियर राम कृष्णा उपस्थित रहे। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने धमतरी पुलिस लगातार प्रयासरत है। साथ ही समय-समय पर अन्य विभागों से सामंजस्य स्थापित कर राष्ट्रीय राजमार्ग एवं मुख्य मार्गों में आवश्यक सुधारात्मक कार्य भी किया जा रहा है
दुर्ग / शौर्यपथ / राम्हेपुर षिक्षा प्रसार समिति द्वारा रविवार 29 अगस्त को दोपहर दो बजे मीसा बंदियों के समस्याओं को जानने और उसके निराकरण के लिए सेंट जॉन स्कूल के पास रामनगर में बैठक आयोजित किया गया है। मीसाबंदी ठाकुर गौतम सिंह ने सभी मीसाबंदियों को बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित होने की अपील करते हुए कहा कि वे बैठक में आकर अपनी समस्याओं की जानकारी दे ताकि एकजुट होकर मीसाबंदियों की सभी समस्याओं को हल कराने का कार्य किया जा सके।
षाम 4 बजे से कवि गोष्ठी
राम्हेपुर षिक्षा प्रसार समिति के प्रधानमंत्री ठाकुर गौतम सिंह ने आगे बताया कि मीसाबंदियों के समस्याओं पर चर्चा उपरांत ष्षाम 4 बजे से कवि गोष्ठी का आयेाजन किया गया है, जिसमें फिल्मी गीतकार एवं प्रसिद्ध एक्टर ष्षमषीर सिवानी, मुकेष भटनागर, डॉ नौषाद सिद्दिकी, रामबरन कोरी सहित अन्य कई दिग्गज कवि षिरकत करेंगे।
रायपुर / शौर्यपथ / छत्तीसगढ़ में विगत दो वर्षों में 01 हजार 173 करोड़ रूपए के मूल्य का लघु वनोपजों का संग्रहण हुआ है, जो देश में अन्य राज्यों की तुलना में सर्वाधिक है। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ को लघु वनोपजों के संग्रहण के क्षेत्र में देश में सबसे अधिक 11 पुरस्कारों से पुरस्कृत किया गया है। इनमें छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा किए जा रहे कार्यों के लिए 9 विभिन्न उप वर्गो तथा अन्य कार्यों के लिए 02 वर्गो सहित कुल 11 पुरस्कार शामिल हैं।
इसकी सराहना केन्द्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज अपने दो दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान बस्तर क्षेत्र के विभिन्न स्थलों में भ्रमण कर लघु वनोपजों के संग्रहण तथा प्रसंस्करण आदि कार्यों की जानकारी लेते हुए की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लघु वनोपजों के संग्रहण का कार्य बेहतर ढंग से संचालित हो रहा है। इससे आदिवासी-वनवासी सहित लघु वनोपजों के संग्राहकों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। साथ ही राज्य में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपजों की खरीदी का अधिक से अधिक लाभ भी मिल रहा है। यह कार्य उनकी तरक्की में काफी मददगार साबित हो रहा है।
इस दौरान केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा ने बस्तर जिले के लोहाण्डीगुण्डा तहसील स्थित वन धन विकास केन्द्र धुरागांव का भी भ्रमण कर समूह के सदस्यों को प्रोत्साहित किया। यहां वन धन केन्द्र में ईमली, आम, बेल, आंवला, जामुन और चिरौंजी जैसे लघु वनोपजों की खरीद तथा प्रसंस्करण का कार्य हो रहा है। धुरागांव वन धन विकास केन्द्र से जुड़े गांवों में पारापुर, लमरागुड़ा, कुत्थर, मतनार, मरदोम, बदरेंगा, कस्तूरपाल, अनजार, अलनार, मंदर, चापर-भानपुरी और कटनार शामिल हैं। उन्होंने इस दौरान जगदलपुर में स्थापित की जा रही ट्राईफूड परियोजना के स्थल का भ्रमण किया और परियोजना स्थल पर वन धन सम्मेलन को भी सम्बोधित किया।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 52 प्रजाति के लघु वनोपजों की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जा रही है। राज्य में वर्ष 2018 के दौरान लघु वनोपजों के संग्रहण केन्द्रों की संख्या 590 थी, जो वर्ष 2021 में बढ़कर 4 हजार 337 हो गई है। इस दौरान हर्बल उत्पाद के निर्माण तथा प्रसंस्करण में सम्मिलित सदस्यों की संख्या 4239 से बढ़कर 17 हजार 424 तक हो गई है। संग्रहित लघु वनोपजों की मात्रा 5400 क्विंटल से बढ़कर 6 लाख 21 हजार क्विंटल तक हो गई है। राज्य में वर्ष 2018 में लगभग 4 करोड़ रूपए के मूल्य का लघु वनोपजों का संग्रहण हुआ था, जो वर्ष 2021 में 158 करोड़ रूपए के मूल्य तक पहुंच गया है।
वेबिनार के माध्यम से महिलाओं को सोशल मीडिया पर दुर्व्यवहार और अपराध पर किया गया जागरूक
रायपुर / शौर्यपथ / राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा प्रायोजित वेबिनार श्रृंखला के तहत छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा आयोजित वेबिनार में आज अम्बिकापुर क्षेत्र की महिलाओं ने भाग लिया। आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक के अगुवाई में आयोजित वेबिनार का विषय ‘‘महिलाओं के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दुर्व्यवहार एवं साइबर क्राइम‘‘ था। कार्यक्रम में अधिवक्ता उच्च न्यायालय की श्रीमती निरूपमा वाजपेयी और फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. सुनंदा ढेंगे ने भी अपने विचार रखे। इस दौरान महिलाओं के प्रश्नों और जिज्ञासाओं के जवाब भी वक्ताओं ने दिए और सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म संबंधी सभी शंकाओं का समाधान किया।
अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक ने कहा महिला आयोग में कई ऐसे मामले आते है जिनमें महिलाओं की फोटो का दुरूपयोग कर उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश होती है। कई बार महिला के नाम से पुरूष आईडी बनाकर ठगी कर लेते है। इससे महिलाओं को बचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को छिपाना नहीं चाहिये। परिजनों को इसकी जानकारी देनी चाहिये। महिलाएं इसकी शिकायत महिला आयोग के व्हाट्सएप कॉल नंबर 90983-82225 के माध्यम से या लिखित में कर सकती हैं। इसके अलावा नम्बर 112 में भी शिकायत कर सकते है। इस संबंध में सभी को जागरूक होने की जरूरत है।
अधिवक्ता श्रीमती निरूपमा वाजपेयी ने कहा कि हिंसा किसी वर्चुअल प्लेटफार्म पर होती है तो वह असल जिंदगी से ज्यादा खतरनाक होती है। इस तरह का कोई अपराध होता है तो महिला हेल्पलाइन नंबर का प्रयोग कर सकती है। साइबर क्राइम कानून मेें संशोधन कर सजा का प्रावधान किया गया है, जिससे महिलाओं को न्याय मिलने में आसानी हुई है।
डॉ. सुनंदा ढेंगे ने कहा कि कई एप्लीकेशन और प्लेटफॉर्म में लाइव चैटिंग और वीडियो कॉल की सुविधा है। जो सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसके माध्यम से फेस का फोटो लेकर ब्लैकमेल या दुर्व्यवहार किया जा सकता है। इसका शिकार अधिकतर कम उम्र की बच्चियां होती है जिन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं होती है। टिन्डर, हैपन, इंस्टाग्राम ये सारे एप फेसबुक से जुड़े होते है। फेसबुक में इमोशनल पोस्ट डालने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी उनको मिल जाती है, फोटो को क्रॉप कर उसका दुरूपयोग किया जाता है। उन्होंने बताया कि किसी अपराध से जुड़ा हुआ पोस्ट तुरंत अपलोड नहीं किया जाना चाहिये। यदि कोई अनावश्यक टिप्पणी कर रहा है, तो उसे ब्लॉक कर देना चाहिये। अलग-अलग आईडी से कोई परेशान कर रहा है तो उसका स्क्रीनशॉट लेकर आप शिकायत कर सकते है। किसी भी विज्ञापन के जरिये शॉपिंग नहीं किया जाना चाहिये। फेसबुक में भी ऑनलाइन खरीदी से बचें और हमेशा अपनी आईडी लॉग आउट करके रखे। फेसबुक के माध्यम से आपकी सारी जानकारी देखा जा सकता है।
रायपुर / शौर्यपथ / इस साल खरीफ सीजन के लिए 5300 करोड़ रूपए कृषि ऋण के रूप में किसानों को उपलब्ध कराए जाने का लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 4 हजार 325 करोड़ 27 लाख रूपए का ऋण किसानों को दिया जा चुका है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 82 प्रतिशत है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में जैविक खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किसानों को वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट खाद भी कृषि ऋण के रूप में उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था सहकारी समितियों में की गई है। अब तक किसानों ने 2 लाख 79 हजार 400 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट का उठाव कृषि ऋण के रूप में किया है, जिसकी कुल कीमत 27 करोड़ 94 लाख रूपए है।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कृषि विभाग द्वारा राज्य में रासायनिक उर्वरकों, बीज एवं कीटनाशक औषधि की गुणवत्ता पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। कृषि विभाग के जिला स्तरीय अधिकारी अपने-अपने इलाकों में लगातार दबिश देकर बीज, खाद और कीटनाशक औषधियों के सेम्पल ले रहे हैं, जिसकी जांच गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला में की जा रही है। खरीफ सीजन 2021 में 28 अगस्त 2021 की स्थिति में राज्य में बीज के 39 नमूने तथा रासायनिक उर्वरक के 87 नमूने अमानक पाए गए हैं, जिनके लाट के विक्रय पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगाने के साथ ही संबंधित फर्मों को कृषि विभाग ने नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया गया है। कीटनाशक औषधि का भी 67 विश्लेषित नमूनों में से एक नमूना अमानक पाया गया है।
कृषि विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खरीफ सीजन 2021 में बीज के अब तक 2234 नमूने लिए गए हैं, सभी नमूनों का विश्लेषण किया जा चुका है। उक्त नमूनों में 2195 नमूने मानक स्तर के तथा 39 नमूने अमानक पाए गए है। इसी तरह रासायनिक उर्वरकों की गुणवत्ता की जांच-पड़ताल के लिए कृषि विभाग के उर्वरक निरीक्षकों द्वारा 2211 नमूने विभिन्न संस्थानों से लिए गए हैं। जिसमें से 1977 नमूनों की जांच की जा चुकी है। 234 नमूनों की जांच जारी है। रासायनिक उर्वरकों के विश्लेषित सैम्पल में से 1890 मानक स्तर के तथा 87 अमानक पाए गए हैं। अमानक बीज एवं खाद के लाट के विक्रय को विभाग द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के साथ संबंधित संस्थाओं को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। कृषि विभाग की टीम कीटनाशक औषधियों के गुणवत्ता की भी जांच कर रही है। जांच पड़ताल टीम ने अब तक कुल 163 सेम्पल विभिन्न फर्मों से लिए गए हैं, जिसमें से 67 नमूनों का विश्लेषण करने पर 66 सैम्पल मानक स्तर के तथा एक सैम्पल अमानक पाया गया।
रायपुर / शौर्यपथ / राज्य में खरीफ फसलों की बुआई का अंतिम चरण की ओर है। कृषि विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 28 अगस्त तक धान, अन्य अनाज के फसलों सहित तिलहन और साग-सब्जी की बुआई 45 लाख 62 हजार 530 हेक्टेयर में हो चुकी है, जो कि चालू खरीफ सीजन के लिए निर्धारित बोआई के लक्ष्य का 95 प्रतिशत है। अब तक राज्य में 37 लाख 12 हजार 690 हेक्टेयर में धान की बोता एवं रोपा बोनी हो चुकी है, जो कि चालू खरीफ सीजन के लिए निर्धारित लक्ष्य का शत-प्रशित है। राज्य में चालू खरीफ सीजन में अब तक 2 लाख 85 हजार 610 हेक्टेयर में अन्य अनाज की फसलों सहित 2 लाख 82 हजार 380 हेक्टेयर में दलहन, एक लाख 53 हजार 820 हेक्टेयर में तिलहनी तथा 1 लाख 18 हजार 30 हेक्टेयर रकबे में साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की बुआई पूरी कर ली गई है।
राज्य में खरीफ सीजन 2021 में 48 लाख 20 हजार हेक्टेयर रकबे में खरीफ फसलों की बुआई का लक्ष्य है, जिसमें धान सहित अन्य अनाज की फसलों के लिए 40 लाख 55 हजार 490 हेक्टेयर, दलहन के लिए 3 लाख 76 हजार 670 हेक्टेयर, तिलहन के लिए 2 लाख 55 हजार 490 हेक्टेयर में तिलहन तथा साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की खेती के लिए एक लाख 32 हजार 340 हेक्टेयर का लक्ष्य निर्धारित है। निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध अब तक धान की बोता-बोनी 25 लाख 77 हजार 880 हेक्टेयर में की जा चुकी है, जो कि निर्धारित लक्ष्य का 101 प्रतिशत है। इसी तरह राज्य में 11 लाख 3 हजार 810 हेक्टेयर में धान का रोपा लगाया गया है, जो निर्धारित लक्ष्य का 100 प्रतिशत है। धान की बोता और रोपा बोनी को मिलाकर कुल 37 लाख 12 हजार 690 हेक्टेयर में धान की बुआई हो चुकी है, जो कि चालू खरीफ सीजन के लिए धान की बोनी के लक्ष्य का 100 प्रतिशत है। राज्य में दलहन फसलों की बोनी के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 75 प्रतिशत, तिलहन की 60 प्रतिशत तथा साग-सब्जी एवं अन्य फसलों की 89 फीसद बोनी पूरी हो चुकी है।
रायपुर / शौर्यपथ / राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख उद्यमी, समाजसेवी बृजलाल गोयल जी के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘सब संभव है‘ का विमोचन किया। राज्यपाल ने गोयल को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गोयल जी ने समाजसेवा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे आज जिस स्थान पर हैं, वहां तक पहुंचने के लिए त्याग और संघर्ष करना पड़ता है। यह पुस्तक इसी त्याग और संघर्ष की कहानी है। उनके जीवन पर आधारित इस पुस्तक से समाज को प्रेरणा मिलेगी।
राज्यपाल ने कहा कि समाज को नवीन दिशा में अग्रेषित करने का कार्य सदैव ही श्रेष्ठ जनों के द्वारा हुआ है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जन्मे पले बढ़े लोग समाज के पथ प्रदर्शक होते रहे हैं। इन्हीं में से एक बृजलाल जी का नाम शामिल है। आपका जीवन शून्य से शिखर तक पहुंचा है। जीवन की कठिनाईयों के साथ सामंजस्य बनाकर परिवार, समाज, धर्म, राष्ट्र की उन्नति के बारे में प्रयास करना साधुता है।
उन्होंने कहा कि जीवन में अपने लिए तो हर व्यक्ति कुछ न कुछ करता है, परन्तु जो व्यक्ति बिना अपेक्षा के दूसरों के लिए और समाज के लिए कार्य करता है वह समाज में आदर से देखा जाता है। हमें यह जो जीवन मिला है, उसके हर क्षण का सदुपयोग करना चाहिए और यह प्रयास करना चाहिए कि जितना संभव हो सके, जरूरतमंदों की मदद करें और समाज के लिए कार्य करें।
राज्यपाल ने कहा कि मुझे बताया गया है कि बृजलाल गोयल जी का स्वामी विवेकानंद विमानतल सड़क मार्ग पर स्थित श्री राम मंदिर के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान है। यह एक भव्य मंदिर है। यहां पर आकर काफी शांति की अनुभूति होती है। मुझे बताया गया है कि यहां पर मंदिर परिसर में नक्सल क्षेत्र के आदिवासी बच्चे भी निवास करते हैं, जिनके रहने-खाने और शिक्षण की व्यवस्था की जाती है। साथ ही यहां पर ब्राम्हण बच्चों के शिक्षण की भी व्यवस्था की गई है। यह सराहनीय कार्य है।
वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि गोयल का जीवन उपलब्धियों से भरा रहा है। उन्होंने समाज के प्रति अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यह गौरव का विषय है कि श्री गोयल जी के जीवन पर आधारित पुस्तक का विमोचन हो रहा है। मैंने श्री गोयल जी को बचपन से देखा है। उन्होंने छोटा सा कार्य शुरू करके सफलता के शिखर पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि गोयल जी और उनके परिवार का संतोषीनगर क्षेत्र के रहवासियों के लिए सहयोग और सेवा का जो कार्य है, वह सराहनीय है।
राज्यपाल ने पुस्तक की लेखिका श्रीमती नीलम परथानी को भी शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्यपाल को प्रतीक चिन्ह भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम को सशस्त्र बल न्यायाधिकरण के अध्यक्ष न्यायमूर्ति राजेन्द्र मेनन, संत अभिषेक ब्रम्हचारी ने भी संबोधित किया।