
CONTECT NO. - 8962936808
EMAIL ID - shouryapath12@gmail.com
Address - SHOURYA NIWAS, SARSWATI GYAN MANDIR SCHOOL, SUBHASH NAGAR, KASARIDIH - DURG ( CHHATTISGARH )
LEGAL ADVISOR - DEEPAK KHOBRAGADE (ADVOCATE)
दुर्ग / शौर्यपथ / बीएम शाह हॉॅस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर में शुक्रवार को नि:शुल्क हृदय रोग जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर 120 लोगों ने अपनी जांच कराई। नि:शुल्क शिविर में पहुंचे लोगों का हॉस्पिटल में बीपी व ब्लड शुगर की जांच के साथ ही इसीजी व 2 डी ईको भी नि:शुल्क किया गया। यहीं नहीं जिन लोगों की जांच में टीएमटी की आवश्यकता दिखी उनका टीएमटी भी नि:शुल्क किया गया। हृदय रोग जांच शिविर के आयोजन में एसएमसी बीएम शाह कार्डियक सेंटर के डायरेक्टर डॉ सतीश सूर्यवंशी व बीएम शाह हॉॅस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर रूपेश अग्रवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बीएम शाह हॉॅस्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर में हुए इस नि:शुल्क हृदय रोग जांच शिविर में छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सतीश सूर्यवंशी ने अपनी सेवाएं दी। बीएम शाह हॉस्पिटल के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ अरुण मिश्रा ने बताया कि सुबह 11 बजे से ही जांच शिविर में लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। शिविर में सर्वप्रथम लोगों का पंजीयन हुआ। इसके बाद लोगों का बारी बारी से बीपी व ब्लड शुगर की जांच की गई। इसके बाद डॉ सूर्यवंशी से परामर्श के बाद
आवश्यकतानुसार लोगों का इसीजी व 2 डी ईको कराया गया। डॉ अरुण मिश्रा ने बताया कि जिन मरीजों में कॉम्लीकेशन्स दिखे उनका टीएमटी भी किया गया। डॉ सूर्यवंशी ने इस दौरान हृदय से जुड़ी समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक किया और उचित परामर्श दिया। जिन्हें दवाओं की जरूरत थी उन्हें दवाइंयों को लेकर भी उचित परामर्श दिया गया। शिविर के संचालन में शाजू थॉमस, प्रशासक एसएमसी सागर, बिलिंग प्रमुख राजू मसीह, परिचर्या कर्मचारी पुरुषोत्तम वर्मा, सुश्री सावित्री साहू, सुश्री वंदना निसाडी, सुश्री भारती रॉबिन, नंदनी, नर्सिंग स्टाफ आईसीयू इंचार्ज दीपक देशमुख, रश्मि देशमुख, हिलेश्वरी व सहायक स्टाफ सीमा, विनीताए उपासना, राजेश उन्नी, काजल, ज्योति, सूर्यकांत पटेल, राकेश गजभिए, प्रवीण, समीर आदि शामिल थे।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने उनके जन्मदिन की बधाई दी और बाबा गुरू घासीदास जी से उनके दीर्घायु होने की कामना की। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य में विकास के नये आयाम गढ़े जा रहे हैं। एक ओर जहां ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में कार्य हो रहा है वहीं दूसरी ओर अंतिम व्यक्ति को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने और उन्हें समृद्ध करने का प्रयास किया जा रहा है।
दुर्ग / शौर्यपथ / दुर्ग शहर विधायक (कैबिनेट मंत्री दर्जा) अरुण वोरा की अनुशंसा अनुरूप दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं सेन समाज युवा प्रकोष्ठ के संयोजक गौरव उमरे को कांग्रेस अन्य पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव द्वारा दुर्ग जिला पिछड़ा वर्ग कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया,अध्यक्ष गौरव उमरे द्वारा पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू जी एवं विधायक अरुण वोरा का आभार व्यक्त किया गया,अध्यक्ष नियुक्त होने पर उन्हें जिला कांग्रेस कमेटी,युवा कांग्रेस,एनएसयूआई एवं महिला कांग्रेस के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने बधाई प्रेषित किया।
रायपुर / शौर्यपथ / रक्षाबंधन के पावन पर्व के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास कार्यालय में आज राज्यसभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा, छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक, छत्तीसगढ़ राज्य अंत्यावसायी सहकारिता वित्त विकास निगम की उपाध्यक्ष सुश्री नीता लोधी, जिला पंचायत महासमुंद की अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल, श्रीमती सीमा वर्मा एवं श्रीमती लीना भारती ने मुख्यमंत्री को राखी बांधकर मुख्यमंत्री बघेल के लिए मंगलकामनाएं कीं। मुख्यमंत्री ने बहनों को उपहार भेंट कर उनके प्रति इस स्नेह और सम्मान के लिए धन्यवाद दिया। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमयी नायक ने धान की बालियों से बनी राखी मुख्यमंत्री को बांधी। राजनांदगांव बिहान समूह की बहनों द्वारा निर्मित यह राखी उन्होंने ऑनलाईन मंगवायी है।
रायपुर / शौर्यपथ / मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 23 अगस्त को विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे । जारी कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुर्ग जिले के कुम्हारी में नवीन शासकीय महाविद्यालय का शुभारंभ करेंगे ।
मुख्यमंत्री अपरान्ह 4:15 बजे रायपुर के महादेव घाट में आयोजित नौका दौड़ प्रतियोगिता में शामिल होंगे । मुख्यमंत्री वहां से 4:40 बजे सांकरा (अमलेश्वर ) तहसील पाटन में आयोजित स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के पश्चात संध्या 5:40 बजे वहां से मुख्यमंत्री निवास के लिए प्रस्थान करेंगे।
बालोद / शौर्यपथ / राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम अन्तर्गत शिशु संरक्षण माह 24 अगस्त 2021 से 28 सितम्बर 2021 तक मनाया जाएगा। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.एस.के. सोनी ने बताया कि शिशु संरक्षण माह के दौरान बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलायी जायेगी। विटामिन ए की खुराक जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि इस बार यह सत्र मंगलवार और शुक्रवार को होंगे। पहला सत्र 24 अगस्त, 27 अगस्त, 31 अगस्त, 03 सितम्बर, 07 सितम्बर, 14 सितम्बर, 17 सितम्बर, 21 सितम्बर, 24 सितम्बर व 28 सितम्बर 2021 को आयोजित किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एक माह तक चलने वाले अभियान को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। सभी शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे के बीच ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बच्चों को विटामिन ए सिरप, आयरन सिरप, बच्चों का वजन तथा आंगनबाड़ी स्थित सत्रों में संपूरक पोषण आहार की सेवाओं का हितग्राहियों की पात्रता और पोषण तत्वों की आवश्यकता के अनुरूप उपलब्ध कराना है तथा अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हांकित कर पोषण पुनर्वास केन्द्रों में पोषण आहार की प्रदायगी समेत संक्रमण के उपचार के लिए तत्काल व्यवस्था किया जाना है।
जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि जिले में 2075 टीकाकरण सत्रों का आयोजन किया जायेगा। इसमें जिले में 09 माह से 05 वर्ष के कुल लक्षित 64530 बच्चों को विटामिन ए एवं 6 माह से 5 वर्ष के कुल लक्षित 69,343 बच्चों को आयरन सिरप की दवा एक एमएल सप्ताह में दो बार दी जायेगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग और अन्य विभागों से समन्वय कर इस अभियान को सफल बनाया जा रहा है। ग्राम स्वास्थ्य व शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस पर ग्राम और शहरी स्तर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, क्षेत्र की मितानिन, महिला समिति, ग्राम पंचायत, गैर शासकीय संस्थाओं का सहयोग आवश्यकतानुसार लिया जायेगा।
प्रति परिवार सालाना 6000 रुपए का मिलेगा अनुदान
पात्र परिवारों के मुखिया का पंजीयन 01 सितंबर से
सूरजपुर/शौर्यपथ / भूमिहीन कृषि मजदूरों की पहचान करने तथा उन्हें वार्षिक आधार पर अनुदान उपलब्ध कराने के लिए शुरु की गई राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के क्रियान्वयन के लिए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा सभी कलेक्टरों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रत्येक परिवार को सालाना 6000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने जिला पंचायत सीईओ, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कृषि विभाग, श्रम पदाधिकारी, अग्रणी बैंक प्रबंधक की वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक ली तथा सभी अधिकारियों को शासन की मंशा अनुसार कार्य करने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कलेक्टरों को जारी परिपत्र में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ राज्य में ग्रामीण आबादी का एक बड़ा हिस्सा कृषि मजदूरी पर निर्भर है। राज्य में खरीफ सत्र में ही कृषि मजदूरी के लिए पर्याप्त अवसर रहता है, किन्तु इनमें कई भूमिहीन कृषि मजदूर हैं, जिनके पास अपनी स्वयं की भूमि नहीं है। रबी सत्र में फसल क्षेत्राच्छादन कम होने के कारण कृषि मजदूरी के लिए अवसर भी कम हो जाते हैं।
ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के अंतर्गत चरवाहा, बढ़ई, लोहार, मोची, नाई, घोबी, पुरोहित जैसे-पौनी-पसारी व्यवस्था से जुड़े परिवार, वनोपज संग्राहक तथा शासन द्वारा समय-समय पर नियत अन्य वर्ग भी पात्र होंगे, यदि उस परिवार के पास कृषि भूमि नहीं है। आवासीय प्रयोजन हेतु धारित भूमि, कृषि भूमि नहीं मानी जाएगी। ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के मुखिया को अनुदान सहायता राशि प्राप्त करने हेतु आवेदन पत्र के साथ ‘‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’’ पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। योजनांतर्गत लाभ प्राप्त करने हेतु इच्छुक ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर परिवारों के मुखिया को निर्धारित समयवधि में राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के पोर्टल आरजीजीबीकेएमएनवाय डाट सीजी डाट एनआईसी डाट इन rggbkmny.cg.nic.in में पंजीयन कराना अनिवार्य होगा। पोर्टल में पंजीयन का कार्य 01 सितम्बर से 30 नवम्बर 2021 तक किया जायेगा। पंजीयन हेतु आवश्यक दस्तावेज में आधार कार्ड, बैंक पासबुक के छाया प्रति के साथ आवेदन सचिव, ग्राम पंचायत के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। आवेदन में यथा संभव मोबाईल नम्बर का भी उल्लेख करना होगा। हितग्राही परिवार आवेदन की पावती ग्राम पंचायत सचिव से प्राप्त कर सकेगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में भुईया रिकार्ड के आधार पर ग्रामवार बी-1 तथा खसरा की प्रतिलिपि चस्पा की जायेगी। जिससे भू-धारी परिवारों की पहचान स्पष्ट को सके तथा भूमिहीन परिवारों को आवेदन भरने में सुविधा प्राप्त हो सके।
दुर्ग / शौर्यपथ / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में एक ही दिन में तीन गर्भवती माताओं का सिजेरियन सफल ऑपरेशन किया गया। तीनों माताओं का प्रसव का समय निकल चुका था। स्वास्थ्य संयोजकों एवं मितानिनों के द्वारा हाई रिस्क गर्भवती माताओं का चिन्हांकन करने निर्देश दिए गए हैं।
बीएमओ पाटन डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की परिकल्पना एवं निर्देश में कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं एसडीएम विपुल कुमार गुप्ता के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य सेवाओं में वृध्दि करने प्रयास जारी है। आज सीएचसी पाटन में स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. केके डहरिया ने तीन सिजेरियन ऑपरेशन किया। निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. अजय सिंह ठाकुर, सिस्टर अनिता जोशी, श्रीमती शिव कुमारी दुबे, ओटी टेक्नीशियन श्री गिरवर, श्री जितेंद्र एवं ओटी टीम द्वारा ऑपरेशन कार्य सुरक्षित प्रसव सफलता पूर्वक संपादित किया। तीनो माताएं एवं नवजात स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अप्रैल 2021 से आज दिनांक तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में 11 सिजेरियन ऑपरेशन कर सुरक्षित प्रसव करवाया गया है। 43 नसबंदी ऑपरेशन, 25 इंसिजन एंड ड्रेनेज ऑपरेशन, 2 ऑर्थो सर्जरी आदि ऑपरेशन किये गए हैं। अतिशीघ्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में भी ऑपरेशन आरंभ किए जाने तैयारी की जा रही है।
नालों के किनारों में अर्जुन वृक्ष लगाने का दिया गया सुझाव
नाले के किनारे के किसानों को जैविक खेती के लिए किया जाएगा प्रेरित
छोटे से छोटे जलस्त्रोत की सफाई की जाएगी
दुर्ग / शौर्यपथ / आज पाटन के जनपद पंचायत में नरवा योजना को नई दिशा देने के लिए मीटिंग रखी गई थी, जिसमें कृषि योजना और ग्रामीण विकास सलाहकार प्रदीप शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा ‘‘पानी अपना रास्ता नहीं भूलता‘‘ इसलिए आवश्यक है कि पानी का जलस्त्रोत कहां से आ रहा है, उसे चिन्हित करके हम उस जलस्त्रोत को जीवित रखने का कार्य करें। उन्होंने बताया कि नरवा योजना त्वरित में उठाया गया कदम नहीं है। यह ग्रामीण और आम जनों के हित में लिया गया ऐसा फैसला है, जिसके पीछे कई विशेषज्ञों की सालों की मेहनत है। इस योजना का सीधा उद्देश्य वर्तमान और भविष्य दोनों को ध्यान में रखकर पानी की कमी से बचना है। वाटर रिचार्जिंग से ना केवल कृषि में फायदा मिल रहा है अपितु पीने के पानी की समस्या का निराकरण भी हो रहा है। वर्तमान में नरवा योजना से बने नालों की मैपिंग का कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही नालों के किनारों का सीमांकन करके वृक्षारोपण का कार्य भी सतत रूप से चलता रहेगा।
नालों के किनारों में ऐसे पौधों का वृक्षारोपण किया जाएगा जोकि मिट्टी के कटाव को रोकें । इसके लिए उन्होंने अर्जुन वृक्ष का भी जिक्र किया जो कि मिट्टी कटाव के साथ-साथ औषधिय गुण भी रखता है।
आगे उन्होंने कहा किसी भी कार्य के सफल होने के लिए जनभागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है और राज्य शासन द्वारा चलाई जा रही नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना की यही खासियत है कि यह योजना आमजन को भी जोड़ता है। इन योजनाओं से ग्रामीणों को मनरेगा के तहत रोजगार तो मिल ही रहा है साथ ही साथ प्रकृति को सहेजने में वे अपना योगदान भी दे रहे हैं।
नाले के किनारे के किसान करेंगे जैविक खेती- जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए नाले के किनारे जिन किसानों के खेत हैं, उनका समूह या यूनियन बनाकर उन्हें जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जाएगा। श्री प्रदीप शर्मा ने यह भी बात कही कि यदि नाले के समीप किसी की जमीन में पानी का भराव है तो वह किसान रिवर बेड फार्मिंग भी कर सकता है।
छोटे से छोटे जल स्रोतों की सफाई कि जाएगी- ग्रामीण अंचलों में पहले से ही जो पानी के स्रोत जैसे कुएं, तालाब ,डबरी उपलब्ध है। उनकी सफाई का कार्य भी अनिवार्य रूप से कराया जाएगा। जल जलस्त्रोत में उपलब्ध गाद, जलकुंभी इत्यादि की सफाई का कार्य निरंतर किया जाएगा ताकि प्रत्येक जल स्त्रोत का संरक्षण किया जा सके।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने राज्य शासन की नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओं में बहुत सी संभावनाएं हैं । इससे ग्रामीणों को जीवन यापन करने के लिए आर्थिक आधार तो मिल ही रहा है अपितु वन्य प्राणियों को भी लाभ पहुंचा है। नरवा योजना से सूखे पड़ गए नालों का जीर्णोद्धार हुआ है, जिससे ग्रामीणों के जीवन में बहुत बड़ा बदलाव आया है। आज जहां-जहां भी इन योजनाओं ने सफलतापूर्वक अपना अंतिम पड़ाव पार किया है, वहां कृषि में विकास हुआ है एवं पानी की मूलभूत समस्या का निवारण भी हुआ है। उन्होंने कहा हम बेहतर आकलन करके इन योजनाओं को और विकसित कर सकते हैं। उन्होंने सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को गुणवत्ता युक्त कार्य करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एस आलोक, अपर कलेक्टर श्रीमती नूपुर राशि पन्ना, सहायक कलेक्टर हेमंत नंदनवार, अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी गण उपस्थित थे।